ग्राफिटी में दिखाया नॉर्थ ईस्ट के कलाकारों ने ऐसा हुनर, हैरान रह गए रंगों का जादू देखकर लोग

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Nov 22, 2024, 01:22 AM IST

Shillong में चैरी ब्लॉसम फेस्टिवल 2024 के दौरान ड्यूरेक्स द बर्ड्ज एंड बीज टॉक शो में उठी विकसित होते जीवन कौशल को लेकर आवाज, स्वस्थ व्यवहार पर भी हुई बातचीत.

Shillong में लोग उस समय हैरान रह गए, जब अनजान से कलाकारों ने ग्राफिटी में अपना हुनर मंच पर दिखाना शुरू किया. कलाकारों के हाथ से रंगों का जादू छाते देखना अनूठा अनुभव रहा. यह सब हुआ शिलॉन्ग चैरी ब्लॉसम फेस्टिवल 2024 में, जिसमें अनूठी छाप छोड़ी ड्यूरेक्स द बर्ड्ज एंड बीज टॉक (TBBT) शो ने. दो दिन तक चले इस आयोजन में रोजाना 50 हजार से ज्यादा लोगों ने उत्साह से भाग लिया. इस दौरान जहां एक्ट्रेस कनिका कपूर और जसलीन रॉयल ने बॉलीवुड की महक छोड़ी, वहीं एकॉन, डिस्को बैंड बोनी एम, ब्रिटिश बैंज क्लीन बैंडिट और डच मोरक्कन डीजे आर3 हब ने संगीत का जादू चलाया. स्थानीय फ्लेवर छोड़ने का काम खासी ब्लड्ज, ल्युकास, द ग्रेट सोसाइटी, रिटो रीबा और क्वीन सेंसेशन के हिस्से आया.

शिलॉन्ग चैरी ब्लॉसम फेस्टिवल 2024 में TBBT का उद्घाटन मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने किया. उनके साथ केंद्रीय पूर्वोत्तर विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मेघालय के डिप्टी सीएम स्नियावभलंग धर, पर्यटन मंत्री पाउल कलिंगदोह भी मौजूद रहे. कन्ज्यूमर हेल्थ एंड हाइजीन में ग्लोबल लीडर रैकिट और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित TBBT में कलाकारों ने अपनी परफॉर्मेन्स से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किए रखा. 

ग्राफिटी में कलाकारों ने रंगों का जबरदस्त जादू बिखेरा. प्रतियोगिता में असम, मेघालय और पश्चिम बंगाल से हजारों कलाकार शामिल हुए. विभिन्न जनजातियों का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने अपनी अद्भुत प्रतिभा को कैनवास पर उतारा. फेस्टिवल के दौरान 11 प्रतिभागियों को टीबीबीटी पिलर्स पर अपनी कला का लाइव चित्रण करने के लिए चुना गया. पूर्वी खासी हिल्स से शेमभलंग थॉब्रोई प्रतियोगिता के विजेता रहे. उन्हें 50 हजार रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अन्य विजेताओं में सेल्विन सुचिआंग (पूर्वी खासी हिल्स) और नोइबिड बोराह (नगांव, असम) शामिल थे. स्पेशल पुरस्कार एल्बर्ट कुरबाह (पूर्वी खासी हिल्स) और मृणमय बोरो (कामरूप, असम) को मिला, जिन्हें उनकी शानदार कला के लिए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया. गुवाहाटी की कलाकार पुलक मूर्तिकला, चित्रकारी, ग्राफिक्स एवं अप्लाईड आर्ट्स में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने ग्राफिटी प्रतियोगिता को नया आयाम दिया. 

फेस्टिवल के एकमात्र और सबसे बड़े हेल्थ पवेलियन में विकसित होते जीवन कौशल पर चर्चा की गई. साथ ही 360 डिग्री रोटेशन कैमरा बूथ, टीबीबीटी मैस्कोट्स जॉय एवं बबल के साथ फोटो के अवसर, जैसी एक्टिविटीज भी हुईं. इस मंच ने जीवन कौशल, सुरक्षित प्रथाओं एवं स्वस्थ व्यवहार पर बातचीत के लिए हब की भूमिका निभाई है. नेशनल हेल्थ मिशन मेघालय के सहयोग से आयोजित इस प्रतियोगिता ने युवा कलाकारों को ऐसा मंच प्रदान किया, जहां उन्हें प्रोग्राम के कोर मूल्यों पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर मिला. डायरेक्टर एक्सटर्नल अफेयर्स एंड पार्टनरशिप्स एसओए-रैकिट रवि भटनागर और मिस फ्लोरिश लिंगदोह (स्टेट कन्सलटेन्ट, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं व्यापक प्राथमिक चिकित्सा देखभाल, नेशनल हेल्थ मिशन मेघालय) आदि ने अहम भूमिका निभाई. 

रैकिट (साउथ एशिया) के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट गौरव जैन ने कहा कि हमारा लक्ष्य युवाओं को उनके भविष्य को आकार देने वाले मूल्यों को व्यक्त करने, समझने और वकालत करने के लिए एक आवाज और मंच देकर शिक्षा और अनुभव को जोड़ना है. रवि भटनागर, डायरेक्टर एक्सटर्नल अफेयर्स एंड पार्टनरशिप्स, एसओए, रैकिट ने कहा कि ग्राफिटी, संगीत और कला जैसे माध्यम भाषा और बोली से आगे बढ़कर कनेक्शन एवं अभिव्यक्ति के लिए युनिवर्सल प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं. प्लान इंडिया द्वारा कार्यान्वित  ड्यूरेक्स टीबीबीटी प्रोग्राम देश भर के दस राज्यों के युवाओं तक पहुंच चुका है और खासतौर पर किशारों में जीवन कौशल के विकास को बढ़ावा देता है. यह प्रोग्राम किशारों, अध्यापकों एवं समुदायों में जरूरी चर्चा को बढ़ावा देता है.

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