डीएनए हिंदी: हिमाचल प्रदेश के जैन मंदिर में अब शॉर्ट्स या फ्रॉक पहनकर आने वाले भक्तों को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं किया जाएगा. राजधानी शिमला में स्थित इस जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया गया है. ऐसे में अब यहां छोटे कपड़े पहनकर आने वाले भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी होगी. शिमला का यह मंदिर एक सदी पुराना बताया जाता है और मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय अनुशासन, मर्यादा और संस्कृति के मूल्यों को बनाए रखने की नीयत से लिया गया है.
बता दें कि यह मंदिर श्री दिगंबर जैन सभा द्वारा संचालित होता है. मंदिर प्रशासन ने हाल ही में नई ड्रेस कोड को लागू करने वाला नोटिस मंदिर के बाहर एक लगाया है जिसके तहत अब छोटे कपड़े पहनने वाले लोगों को मंदिर में आने की इजाजत नहीं होगी.
यह भी पढ़ें- अतीक अहमद समेत इन चार माफियाओं की पत्नियां हैं फरार, ढूंढ ही नहीं पा रही यूपी पुलिस!
मंदिर प्रशासन ने लागू किया ड्रेस कोड
शिमला जैन मंदिर के बाहर नए ड्रेस कोड़ से जुड़ा बोर्ड लगा दिया गया है. लोगों को इस बोर्ड में लिखी गई एडवाइजरी का पालन करना होगा. श्री दिगंबर जैन सभा के प्रधान अशोक कुमार जैन ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य अपनी संस्कृति को बचाए रखना है. उन्होंने कहा कि अब मंदिर में मर्यादित वस्त्रों के साथ ही प्रवेश मिलेगा.
इस मामले में मंदिर के पुजारी संजय जैन ने बताया कि महिलाएं और पुरुष मर्यादा भूल गए हैं. महिलाओं का सिर पर चुन्नी रखने का रिवाज तो मानो खत्म ही हो गया है. आज पूर्ण रूप से धार्मिक क्षेत्र से मर्यादा समाप्त हो गई है. ऐसे में हमें अपनी संस्कृति को बचाने की जरूरत है जिसके चलते यह फैसला लिया गया है.
यह भी पढ़ें- मोदी सरकार पर बरसे राहुल गांधी, 'भारत का गौरव थीं PSU, अब जा रहीं नौकरियां, यही है अमृतकाल?'
बाहर से ही करने होंगे दर्शन
श्री दिगंबर जैन सभा ने यह स्पष्ट किया है कि केवल मर्यादित वस्त्र-पहन कर आने पर ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा. जो लोग अमर्यादित वस्त्र पहनकर मंदिर आना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा. ऐसे लोगों को मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर वापस लौटना होगा.
यह भी पढ़ें- हीट स्ट्रोक का कहर, यूपी और बिहार में 80 लोगों की मौत, सैकड़ों अस्पताल में भर्ती
गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र मंदिर महासंघ की ओर से नागपुर के चार मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया गया था. इसमें घोषणा की गई थी कि मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए यह पहल की गई.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.