डीएनए हिंदीः लाउडस्पीकर को लेकर जारी विवाद कम होता नजर नहीं आ रहा है. शिवसेना (Shiv Sena) ने इसे लेकर राज ठाकरे (Raj Thackeray) पर निशाना साधा है. शिवसेना ने सामना के संपादकीय में बाला साहेब ठाकरे (Bala Saheb Thackeray) का जिक्र करते हुए लिखा गया है कुछ लोगों को हिंदुओं का ओवैसी बनने की जल्दबाजी हैं. ऐसे लोग बाला साहेब ठाकरे की नकल करने को कोशिश कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. सामना में बिना नाम लिए कहा गया कि मौजूदा समय में दो-दो ओवैसी बीजेपी की गोद में बैठे हैं. शिवसेना ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी अभी से 2024 के चुनाव की तैयारी में जुट गई है और इसकी शुरुआत उसने महाराष्ट्र में दो-दो ओवैसियों को उतार कर की है.
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बीजेपी पर साधा निशाना
सामना में बीजेपी पर भी निशाना साधा गया है. इसमें कहा गया कि बालासाहेब की भ्रष्ट ढंग से नकल करनेवालों को हिंदुओं का ओवैसी बनने की जल्दबाजी लगी है. इतनी जल्दबाजी अच्छी नहीं है, ये उन्हें कौन कहे? इन दोनों ओवैसियों को भारतीय जनता पार्टी ने गोद में बैठाकर 2024 के चुनाव की तैयारी इनकी मदद से शुरू की है. संपादकीय में कहा गया कि बाला साहेब ठाकरे हिंदू हृदय सम्राट थे, परंतु वे धर्मांध नहीं थे.
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संबित पात्रा पर भी साधा निशाना
सामना में कहा गया कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने अब ऐसी बुद्धिमत्ता दिखाई है कि ‘बीते 70 वर्षों में खुशामद की जो प्रथा चलाई गई वही देश में दंगों की वजह है.’ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उन ‘दंगे भड़कानेवालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी’ अथवा ‘लोग शांति रखें’ ऐसी सामान्य अपील भी न करना, इस पर हैरानी होती है. सामना में लिखा है कि सरकारी उपेक्षा के कारण कोरोना से 40 लाख लोगों की बलि चढ़ गई, ऐसी जानकारी ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने प्रकाशित की है.
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