डीएनए हिंदीः केंद्र सरकार ने खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इस संगठन से जुड़े ऐप्स, वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है. संगठन सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ यह कार्रवाई उन रिपोर्ट्स के बाद की गई है जिसमें पंजाब विधान सभा चुनाव में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए ऑनलाइन मीडिया का उपयोग करने की साजिश की बात सामने आई थी.
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आईटी एक्ट की तहत की गई कार्रवाई
सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कुछ ऐप्स, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बैन करने की कार्रवाई की है. पिछले हफ्ते ही भारत सरकार ने चीन से जुड़े 54 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था. सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित किए गए ऐप देश की अखंडता एवं संप्रभुता को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त पाए गए थे. इनसे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा होने की आशंका पाई गई.
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क्या है सिख फॉर जस्टिस
किसान आंदोलन के दौरान सिख फॉर जस्टिस का नाम काफी चर्चा में रहा था. पंजाब से अलग कर खालिस्तान बनाने के मुख्य एजेंडा को लेकर इस संगठन की नींव साल 2007 में अमेरिका में रखी गई थी. अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू इस संगठन का मुख्य चेहरा है. ये संगठन पिछले कई दिनों से पंजाब की जनता को भड़काने का काम कर रहा है. गणतंत्र दिवस से पहले भी पन्नू ने हिंसा की धमकी दी थी. पन्नू ने कहा था कि अगर कोई हिंसा होती है तो उसके लिए भारत सरकार ही जिम्मेदार होगी.
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