सोनिया गांधी की बदौलत जो हुआ सो हुआ, पढ़ें कैसे नंबर 2 की पोजिशन के लिए माने डीके शिवकुमार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 18, 2023, 11:23 AM IST

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार. (फोटो-PTI)

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार अब कर्नाटक में नंबर 2 बन गए हैं. सिद्धारमैया सीएम पद की रेस में उन पर भारी पड़े हैं. राज्य के कद्दावर नेता ने कैसे डिप्टी बनने का फैसला मंजूर किया, आइए समझते हैं.

डीएनए हिंदी: कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार, अब सिद्धारमैया कैबिनेट में डिप्टी सीएम बनने को तैयार हो गए हैं. 4 दिनों तक लगातार कई राउंड की असहमति के बाद डीके शिवकुमार किसी तरह डिप्टी सीएम बनने को तैयार हो गए हैं. डीके शिवकुमार को यह पद संभालने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और दूसरे नेता भी नहीं मना पा रहे थे.

लेकिन जो काम कोई न कर सका वो कर दिखाया 76 साल की सोनिया गांधी ने. बताया जा रहा है कि वो सोनिया गांधी ही हैं, जिन्होंने कर्नाटक में आए तूफान को शांत किया है और डीके शिवकुमार को नंबर 2 के लिए मनाया है.

कांग्रेस अलाकमान ने यह तय किया था कि सिद्धारमैया को ही कर्नाकट की कमान सौंपी जाएगी, वहीं डीके शिवकुमार उनके डिप्टी होंगे. सोनिया गांधी ने डीके शिवकुमार के साथ बुधवार देर रात तक लंबी बातचीत की जिसके बाद वह तैयार हुए. 

इसे भी पढ़ें- सिद्धारमैया ही बनेंगे कर्नाटक के सीएम, डीके को डिप्टी सीएम का ऑफर मंजूर, 20 मई को होगा शपथ ग्रहण

डीके शिवकुमार थे सीएम पद के प्रबल दावेदार

सिद्धारमैया के साथ राज्य के ज्यादातर विधायक जुड़े हुए हैं. वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हैं. उनके साथ आने के लिए डीके शिवकुमार शुरुआती दौर में तैयार नहीं थे. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी. दोनों मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में शुमार थे.
   
डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनने के लिए कैसे हुए तैयार?

मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कैबिनेट की घोषणा के लिए एक निर्णय में 48 घंटे और लग सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने बुधवार देर शाम डीके शिवकुमार से बात की जिसके बाद उन्होंने डिप्टी सीएम का पद मंजूर कर लिया. दोनों नेताओं का शपथ ग्रहण समारोह शनिवार को बेंगलुरु में होने वाला है.

इसे भी पढ़ें- कर्नाटक में सीएम चुनना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर, डीके शिवकुमार-सिद्धारमैया की कमियां और खूबियां क्या हैं? जानिए

कांग्रेस से संकटमोचक हैं डीके शिवकुमार

सिद्धारमैया की गिनती कर्नाटक के जननेता के तौर पर होती है. साल 2018 में उन्होंने अपना एक पूर्ण कार्यकाल पूरा किया था. डीके शिवकुमार को उनकी मजबूत संगठनात्मक क्षमताओं के लिए जाना जाता है. उनकी गिनती कांग्रेस के संकटमोचक के तौर पर होती है.

इसे भी पढ़ें- डीके शिवकुमार को मंजूर नहीं आलाकमान का ऑफर, सिद्धारमैया के पहले सीएम बनने पर ऐतराज, अब क्या करेगी कांग्रेस?

गांधी परिवार को डीके शिवकुमार ने क्या भरोसा दिया?

डीके शिवकुमार बीते चार वर्षों में अपने काम का हवाला देते हुए शीर्ष पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे थे. विधायकों के दलबदल के बाद एचडी कुमारस्वामी की जनता दल सेक्युलर और कांग्रेस के सहयोग से बनी सरकार गिर गई थी. डीके शिवकुमार ने गांधी परिवार और मल्लिकार्जुन खड़गे को भरोसा दिया है कि वे राज्य के वेलफेयर के लिए काम करते रहेंगे.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.