डीएनए हिंदी: Bihar News- बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) अजीब विवाद में फंस गए हैं. सोनू पर बिहार पुलिस के IPS अफसर सुशील कुमार ने तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि देश में लोगों के बीच मसीहा बनने की होड़ लगी हुई है. IPS अफसर ने यह तंज सोनू सूद के यूट्यूबर मनीष कुमार (Youtuber Manish Kumar) के समर्थन में ट्वीट करने को लेकर कसा है. मनीष इस समय फेक न्यूज फैलाने के आरोप में पुलिस हिरासत में हैं. अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया है.
सोनू ने किया था ऐसा ट्वीट
सोनू सूद ने मनीष कश्यप के समर्थन में ट्वीट किया था. ट्वीट में उन्होंने मनीष को बिहार के भले के लिए आवाज उठाने वाला बताया. साथ ही लिखा कि हो सकता है उससे कुछ गलती हुई हो,लेकिन वो देशहित के लिए ही लड़ा होगा. सोनू सूद के इस ट्वीट को उनके फैंस ने बेहद जोरदार रिस्पॉन्स दिया था. करीब 40 हजार लोगों ने इसे लाइक किया था, जबकि 10 हजार से ज्यादा बार इसे रिट्वीट किया गया था.
IPS अफसर ने कही है ये बात
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्वीट पर बिहार के सीनियर IPS अफसर सुशील कुमार (IPS Sushil Kumar) ने फेसबुक पोस्ट में ऐतराज जताया है. उन्होंने लिखा, सोनू सूद जी, देश में कानून और न्याय सर्वोपरि है. देशहित के पीछे छिपकर समर्थन करने के पहले इंतजार कर लेते. आपका ट्वीट शक और अविश्वास पैदा कर देगा. बेशक पुलिस पर भरोसा ना हो, लेकिन देश के ज्युडिशियल सिस्टम का तो सम्मान कीजिए. मैं भी कहता हूं कि जो होगा अच्छा ही होगा. उन्होंने सोनू सूद पर खास एजेंडे के तहत ट्वीट करने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा, आपकी बेचैनी और जल्दबाजी ने आपका एजेंडा एक्सपोज कर दिया है. देश में मसीहा बनने की होड़ मची हुई है. आपको भी जनता मसीहा बना ही देगी. व्याकुल नहीं होना चाहिए. आपका एक नागरिक. देशहित में जारी.
क्या है मनीष कश्यप का मामला
सिविल इंजीनियरिंग में BTech डिग्रीधारी मनीष कश्यप यूट्यूब चैनल चलाता है, जिसमें वह खुद को बिहार का हितैषी बताते हुए भ्रष्टाचार की पोल खोलने की बात कहता है. वह बिहार के युवाओं के बीच बेहद पॉपुलर है. साल 2020 में बिहार की चनपटिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके मनीष पर झूठी अफवाहें फैलाने का आरोप है. मनीष ने सोशल मीडिया पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमला होने और दो मजदूरों की मौत हो जाने का दावा किया था. इसकी पुष्टि के लिए कई वीडियो भी पोस्ट किए. इससे तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों में खौफ फैल गया और वहां से वापस बिहार भागने की भगदड़ मच गई. जांच में यह मामला झूठा पाया गया. इसके बाद मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया. मनीष की गिरफ्तारी के बाद बिहार में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिनमें वाहनों को जलाने से लेकर तोड़फोड़ करने तक का काम किया गया. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने भी मनीष को जमानत देने से इनकार कर दिया है. उनके मामले में 21 अप्रैल को अगली सुनवाई होनी है.
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