डीएनए हिंदी: Student Death in School- ओडिशा के एक सरकारी स्कूल में टीचर की दी हुई सजा पूरी करते समय कक्षा-4 के एक बच्चे की मौत हो गई है. जाजपुर जिले के ओराली गांव में टीचर ने 10 साल के बच्चे को सिट-अप्स लगाने की सजा दी थी. बच्चा सिट-अप्स लगाने के दौरान बेहोश होकर गिर गया. उसे तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां से उसे कटक में SCB मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने बच्चे की मौत का कारण हार्ट फेल होने की संभावना जताई है.
पढ़ाई के समय मैदान में खेलने पर मिली थी सजा
यह घटना जाजपुर जिले के रसूलपुर ब्लॉक के गांव ओराली में सूर्य नारायण नोडल अपर प्राइमरी स्कूल में मंगलवार दोपहर हुई है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, कक्षा-4 में पढ़ने वाला 10 साल का रुद्रनारायण सेती पढ़ाई के समय दोपहर 3 बजे स्कूल परिसर में साथियों के साथ खेल रहा था. इस दौरान वहां पहुंचा एक टीचर यह देखकर नाराज हो गया. टीचर ने रुद्र को सिट-अप्स लाने की सजा दे दी. सिट-अप्स लगाने के दौरान रुद्र बेहोश हो गया. उस समय टीचर वहां नहीं थे.
पेरेंट्स ले गए स्कूल से अस्पताल
रुद्र के बेहोश होने पर वहां मौजूद बाकी बच्चे दौड़कर उसके घर पहुंचे, जो स्कूल के करीब ही है. बच्चों से जानकारी मिलने पर रुद्र के माता-पिता तेजी से वहां पहुंचे और टीचर के साथ बेहोश रुद्र को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए. स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने रुद्र की गंभीर हालत देखकर उसे कम्युनिटी हेल्थ सेंटर के लिए रेफर कर दिया. कम्युनिटी हेल्थ सेंटर के डॉक्टरों ने भी रुद्र को कटक स्थित SCB मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. मंगलवार रात में मां-बाप रुद्र को लेकर कटक पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है जांच
PTI के मुताबिक, इस घटना के बारे में जब रसूलपुर ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) नीलांबर मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने औपचारिक शिकायत नहीं मिलने की बात कही. उन्होंने कहा कि यदि हमें बच्चे के मां-बाप ने शिकायत दी तो हम जांच शुरू करेंगे और दोषी की पहचान कर कार्रवाई करेंगे. हालांकि रसूलपुर ब्लॉक के असिस्टेंट एजुकेशन ऑफिसर प्रवंजन पाटी ने स्कूल पहुंचकर इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.