Rajasthan News: 11वीं कक्षा का 'नटवरलाल', सोशल मीडिया के जरिये ठगे लाखों रुपये, मशीन से गिनता था नोट, लग्जरी कार से जाता है स्कूल

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Nov 13, 2024, 04:20 PM IST

Ajmer Crime News: पुलिस ने जब कक्षा-11 के इस ठग को गिरफ्तार किया तो वो भी हैरान रह गई.

Rajasthan News: अजमेर के इस 'नटवरलाल' को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस भी उसका लग्जरी लाइफस्टाइल देखकर हैरान रह गई है.

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में कक्षा 11 के एक स्टूडेंट ने ठगी की ऐसी दास्तां लिखी है कि आपको महाठग 'नटवरलाल' की याद आ जाएगी. इस स्टूडेंट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन्वेस्टमेंट स्कीम में पैसे लगाने के नाम पर कम से कम 200 लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया है. इस पैसे से उसने स्कूल आने-जाने के लिए लग्जरी कार खरीदी और महंगे होटलों में कमरे बुक कराकर अय्याशी की है. ठगी से होने वाली कमाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसके पास नोट गिनने वाली मशीन भी बरामद की गई है. पुलिस भी कक्षा-11 में पढ़ने वाले स्टूडेंट का लग्जरी लाइफस्टाइल देखकर हैरान रह गई है. 

ठग चुका था अब तक 80 लाख रुपये
कक्षा-11 के इस 'नटवरलाल' का नाम कासिफ मिर्जा है, जिसे अजमेर के नसीराबाद में गिरफ्तार किया गया है. अजमेर साइबर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. पूछताछ में उसने बताया है कि अपने इन्वेस्टमेंट स्कीम के जरिये वह अब तक 200 से ज्यादा लोगों को चूना लगा चुका है. इन लोगों से करीब 80 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया है. अकेली दो महिलाओं से ही उसने 3 महीने में 42 लाख रुपये ठग लिए. इन दो महिलाओं ऊषा राठौड़ और माला पथरिया ने ही ठगी का अहसास होने पर 21 मार्च, 2024 को नसीराबाद सिटी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए अब उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.

बाकायदा कंपनी बनाकर कर रहा था ठगी
अजमेर पुलिस के सब इंस्पेक्टर मनीष चारण के हवाले से न्यूज 18 की रिपोर्ट में कासिफ मिर्जा के ठगी के खेल का कच्चा-चिट्ठा खोला गया है. चारण ने बताया कि कासिफ और उसके दो दोस्तों ने अक्टूबर, 2023 में एक कंपनी बनाई. लक्ष्मी इन्वेस्टमेंट नाम की इस कंपनी के 5 बैंकों में खाते खुलवाए गए. 

यह थी ठगी की स्कीम
कासिफ सोशल मीडिया पर लोगों को महज 28 दिन में पैसा डबल होने की गारंटी देकर निवेश के लिए लालच देता था. निवेश के लिए न्यूनतम रकम 3,999 रुपये रखी गई थी. 3,999 की रकम से वह 4 सप्ताह में 6,199 रुपये (पिछली रकम के मैच्योर होने पर मिले 2,200 रुपये जोड़कर), 9,999 रुपये के निवेश पर 6 सप्ताह में 15,499 रुपये, 19,999 रुपये के निवेश पर 8 सप्ताह में 29,999 रुपये, 99,999 रुपये के निवेश पर 16 सप्ताह में 2,79,999 रुपये लौटाने जैसी स्कीमों से लोगों को झांसे दे रहा था.शुरुआत में लोगों ने छोटी रकम डालनी शुरू की, जिस पर उसने पैसा डबल लौटाकर उनका विश्वास जीता और फिर बड़ी रकम निवेश करने के लिए लालच दिया. लोगों ने उसके झांसे में आकर मोटी रकम उसकी कंपनी के बैंक खातों में डाल दी, जिन्हें उसने गायब कर दिया. कासिफ ने अपने दूर के रिश्तेदारों को भी इस ठगी का शिकार बनाया है.

अब तक 20 लाख रुपये अय्याशी में उड़ाए
अजमेर साइबर थाना पुलिस ने कासिफ की गिरफ्तारी के बाद उसे 2 दिन के रिमांड पर लिया तो उसकी अय्याशी के बारे में जानकर हैरान रह गई. कासिफ के कब्जे से एक लग्जरी कार, लैपटॉप, नोट गिनने की मशीन और महंगे ब्रांडेड कपड़े व अजमेर-पुष्कर के फाइव स्टार होटलों के कमरे के किराये व खाने-पीने के बिल बरामद हुए हैं. कासिफ ने बताया कि वह अजमेर-पुष्कर के महंगे होटलों में रात गुजारता था. अब तक वह ठगी के 80 लाख रुपये में से 20 लाख रुपये अय्याशी में खर्च कर चुका था.

पिता बोले,'पुलिस को हो रही है कुछ गलतफहमी'
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कासिफ के पिता परवेज मिर्जा ने पुलिस से कहा है कि उन्हें कासिफ के बारे में कुछ गलतफहमी हो रही है. पेशे से ट्रक-बस बॉडी मेकर परवेज ने कहा कि कासिफ सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर पैसा कमाता है. उन्होंने यह जरूर माना कि कासिफ के लग्जरी कार से स्कूल जाने की शिकायत उन्हें टीचर्स से मिली थी, जिसे ये लोग घर आने से पहले कहीं छिपा देते थे. परवेज ने पुलिस पर उल्टा आरोप लगाया कि असली अपराधियों को बचाने के लिए मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है. 

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