डीएनए हिंदी: Subhash Chandra Bose के जन्मदिन के मौके पर PM Narendra Modi द्वारा इंडिया गेट पर उनकी मूर्ति स्थापित करने का फैसला लिया गया. हर कोई इस फैसले का स्वागत कर रहा है. आम नागरिकों के साथ ही सुभाष चंद्र बोस के भतीजे Ardhendu Bose ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. Ardhendu Bose ने प्रधानमंत्री के फैसले का स्वागत किया और इसे एक बड़ा सम्मान बताया.
पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि इंडिया गेट पर जिस छतरी के नीचे पहले जॉर्ज पंचम की मूर्ति लगी थी वहां अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस की ग्रेनाइट से बनी प्रतिमा लगाई जाएगी. जब तक नेताजी की प्रतिमा तैयार नहीं होती तब तक उस जगह पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा मौजूद रहेगी. नेताजी की प्रतिमा लगाए जाने के फैसले पर उनकी बेटी अनीता बोस (Anita Bose) ने भी खुशी जाहिर की है.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस ने ज़ी न्यूज़ को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि वो बहुत खुश हैं, जब से उन्हें पता चला है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाई जाएगी. अनीता बोस ने कहा कि नेताजी की विरासत का शोषण किया गया. नेताजी एक धर्मनिष्ठ हिंदू थे, लेकिन धर्म के नाम पर लोगों की हत्या नहीं कर सकते थे, जो हमने विभाजन के बाद से देखा है. उन्होंने कहा कि नेताजी ने हिटलर से मुलाकात की थी क्योंकि वो किसी भी तरह से भारत को आजाद कराना चाहते थे लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि वो फासीवाद का समर्थन करते थे. अनीता बोस ने कहा कि कांग्रेस में एक ऐसा धड़ा था जिसने नेताजी के साथ अन्याय किया. गांधी जी ने नेहरू का पक्ष लिया. वो मेरे पिता को काबू नहीं कर पा रहे थे क्योंकि नेताजी विद्रोही स्वभाव के थे.
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