नाना को फंसाने के लिए बाप ने बेटे की हत्या का लगा दिया आरोप, अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए भटक रहा बच्चा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 11, 2023, 08:01 PM IST

Supreme Court

Supreme Court News: सुप्रीम कोर्ट के जज भी यह देखकर हैरान रह गए कि जिसकी हत्या के मामले की वह सुनवाई कर रहे हैं, वो बच्चा जिंदा खड़ा है.

डीएनए हिंदी: Uttar Pradesh News- उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के एक बच्चे की हत्या की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट बेंच शनिवार को तब हैरान रह गई, जब कोर्ट रूम में मौजूद 11 साल के बच्चे ने अपने जिंदा होने का दावा कर दिया. बच्चे ने बेंच से कहा कि मैं वही बच्चा हूं, जिसकी हत्या की सुनवाई कोर्ट कर रही है. उसने अपनी हत्या के केस को फर्जी बताया और कहा कि यह फर्जी केस उसके पिता ने अपने ससुर यानी बच्चे के नाना और मामाओं को फंसाने के लिए दर्ज कराया था. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है. साथ ही फिलहाल बच्चे और उसके नाना के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने पर रोक लगा दी है.

क्या बताया बच्चे ने कोर्ट को

11 साल के अभय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसके पिता ने मेरे नाना और मामाओं को मेरी हत्या के झूठे आरोप में फंसाने की साजिश रची थी. इसलिए उन्होंने पीलीभीत जिले के एक पुलिस स्टेशन में नाना और मामाओं के खिलाफ हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था. तब से अभय सिंह खुद को जिंदा साबित करने के लिए कई दरवाजे खटखटा चुका है. अभय सिंह ने बताया कि उसने इलाहाबाद हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल की थी, लेकिन उसकी याचिका खारिज कर दी गई. इसी कारण उसने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है. अभय ने कहा, मैं पूरी तरह सुरक्षित हूं और अपने नाना-नानी के साथ रह रहा हूं. पुलिस हमारे घर आकर मेरे नाना-नानी को धमका रही है. मैं उनके साथ ही रहना चाहता हूं और इसीलिए आग्रह करता हूं कि यह केस बंद कर दिया जाए.

बेंच ने दिया है ये आदेश

सुप्रीम कोर्ट बेंच ने बच्चे की बात सुनने के बाद इस मामले पर बेहद हैरानी जताई. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार, पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक और पीलीभीत जिले के न्यूरिया पुलिस थाने के प्रभारी से इस मामले में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. कोर्ट ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि अगले आदेशों तक इस मामले में बच्चे या उसके नाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अब जनवरी में सुनवाई करेगा.

यह था पूरा मामला

बच्चे के वकील कुलदीप जौहरी के मुताबिक, बच्चा साल 2013 से अपनी मां के माता-पिता के साथ रहता है. बच्चे का पिता उसकी मां के साथ मारपीट करता था और दहेज की मांग करता था. मां की मौत होने पर बच्चे के नाना ने उसके पिता के खिलाफ एक केस दाखिल किया था. इसी का बदला लेने के लिए बच्चे अभय के पिता ने उसकी हत्या का आरोप नाना और मामाओं पर लगा दिया. 

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