गुमशुदा मां का पता लगाने के लिए बेटियों की मदद को आगे आया Supreme Court, भाई पर लगाए गंभीर आरोप

Utkarsha Srivastava | Updated:Mar 19, 2022, 06:15 PM IST

सुप्रीम कोर्ट

Supreme Court ने बेटियों की बूढ़ी मां को ढूंढ़ने के लिए नोटिस जारी किया है जिसके जरिए पुलिस, महिला के बेटे और अस्पताल से जवाब मांगा गया है.

डीएनए हिंदी: सुप्रीम कोर्ट में दो बेटियों मे अपनी एल्जाइमर पीड़ित गुमशुदा मां को लेकर एक याचिका दायर की थी. इस याचिका में दोनों ने अपनी बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली 89 वर्षीय मां वैदेही सिंह का पता लगाने की अपील की थी. बेटियों ने भाई पर प्रॉपर्टी के लालच में मां के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगया है. बताया जा रहा है कि बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली एक महिला को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में इलाज के लिए लाया था लेकिन 26 फरवरी के बाद से उनका कोई अता-पता नहीं है. इस मामले में आज कोर्ट ने नोटिस जारी कर दिया है.

कोर्ट ने जारी किया नोटिस

इस मामले पर न्यायाधीश धनंजय वाई चंद्रचूर और सूर्य कांत की बेंच ने वैदेही दो बेटियों पुष्पा तिवारी और गायत्री कुमार की याचिका पर नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने 80 साल की इस वृद्ध महिला को ढूंढ़ने के लिए अपने नोटिस में दिल्ली पुलिस कमिशनर, दिल्ली सरकार, बिहार सरकार, गंगा राम अस्पताल और दिल्ली के राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन के SHO से जवाब मांगा है. राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन में याचिकाकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 26 फरवरी को अस्पताल जाने पर उन्हें भाई के द्वारा पीटा गया और मां से मिलने नहीं दिया गया.

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वकीलों ने बताया पूरा मामला

इस मामले में सभी को 28 मार्च तक जवाब देना होगा. बताया जा रहा है कि वृद्ध महिला को अल्जाइमर्स बीमारी है और वो खुद से फैसले लेने की अवस्था में नहीं हैं. याचिकाकर्ता के वकील मनीष कुमार और सत्य प्रकाश शरण ने बताया कि 'हम अभी समझने की कोशिश कर रहे हैं किस कोर्ट में जाएं क्योंकि हमें पता नहीं है कि मां कहां हैं?'. इस मामले पर पहले कोर्ट नोटिस जारी करने में झिझक जाहिर की थी क्योंकि ये मामला बिहार का था. सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि ऐसे मामलों का निपटारा करने में हाईकोर्ट ही सही हैं और अगर सुप्रीमकोर्ट ऐसे छोटे-मोटे मामले में उलझ गया तो इसका कोई अंत नहीं होगा.

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प्रॉपर्टी के लालच में भाई ने किया ये काम?

याचिकाकर्ता ने आशंका जताई है कि उनकी मां को शायद उत्तरप्रदेश ले जाया गया है. इसके अलावा अस्पताल पर भी बेईमानी का आरोप लगाया है. बेटियों का कहना है कि भाई और उसके परिवार ने जानबूझकर प्रॉपर्टी के लालच में मां का इलाज नहीं कराया है. बेटियों का दावा है कि उनकी मां के बाद करोड़ों रुपयों की प्रॉपर्टी और गहने हैं जिस पर उनके भाई की नजर है. कोर्ट ने याचियाकर्ताओं के भाई को भी नोटिस जारी किया है और ये नोटिस संबंधित पुलिस स्टेशन के SHO द्वारा सर्व किया जाएगा.

सुप्रीम कोर्ट बिहार दिल्ली