Swati Maliwal की CM आवास में पिटाई, Delhi Police के पास पहुंची पर नहीं कराई FIR, 5 पॉइंट्स में जानिए अब तक क्या हुआ

Written By कुलदीप पंवार | Updated: May 13, 2024, 06:18 PM IST

 Swati Maliwal

Swati Maliwal Assault Case: दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के PA पर अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है. इससे विवाद खड़ा हो गया है.

Swati Maliwal Assault Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) नए विवाद में फंस गए हैं. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की राज्य सभा सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है. मालीवाल का आरोप है कि उनके साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास में मारपीट की गई है. मारपीट करने का आरोप केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार पर लगाया गया है. मालीवाल ने खुद सीएम आवास से दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को फोन कर अपने साथ मारपीट होने की जानकारी दी है. इसके बाद पूरी दिल्ली में तहलका मचा हुआ है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि मालीवाल ने पुलिस थाने में भी मारपीट होने का आरोप लगाया, लेकिन घटना के 5-6 घंटे बाद भी लिखित शिकायत नहीं दी है. उधर, भाजपा नेताओं ने इस घटना को लेकर AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को घेरना शुरू कर दिया है.

आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस विवाद में अब तक क्या पता चला है.

1. दिल्ली पुलिस को मिली सुबह मालीवाल की कॉल

दिल्ली पुलिस के कंट्रोलरूम को सुबह 9.31 बजे कॉल की गई थी, जिसकी एंट्री डेली डायरी (डीडी) में की गई है. पुलिस लॉगशीट के मुताबिक, कॉल करने वाली कोई महिला थीं, जिन्होंने खुद को मुख्यमंत्री के घर पर मौजूद बताया था. महिला कॉलर ने कहा, 'मैं अभी सीएम के घर पर हूं, उन्होंने अपने पीएम विभव कुमार से मुझे बुरी तरह पिटवाया है.' पुलिस कंट्रोलरूम में कॉल करने वाली महिला ने खुद को स्वाति मालीवाल बताया है. 

2. केजरीवाल से मिलने से रोकने पर हुआ विवाद

जानकारी के मुताबिक, स्वाति मालीवाल सोमवार सुबह 9.10 बजे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंची थीं. केजरीवाल के निजी स्टाफ ने उन्हें रोका, जिसे लेकर पूरा विवाद हुआ है. मालीवाल ने सुबह 9.31 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल की और मारपीट की जानकारी दी. 9.34 बजे यह कॉल नॉर्थ कंट्रोल रूम को ट्रांसफर की गई. जहां गलत मैसेज लॉगबुक में दर्ज हो गया. इस मैसेज में लिखा गया, 'मैं अभी सीएम के घर पर हूं, उन्होंने अपने PA विभव कुमार के साथ मारपीट की है.' हालांकि पुलिस लॉगबुक में सुबह 9.39 बजे डीडी एंट्री इस मैसेज को सुधारा गया. अपडेट मैसेज में लिखा गया, 'मैं अभी सीएम के घर पर हूं, उन्होंने और उनके PA ने मेरे साथ बुरी तरह मारपीट की है.'

3. दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची सीएम आवास, मालीवाल आईं थाने

दिल्ली पुलिस के DCP नॉर्थ मनोज कुमार मीणा के मुताबिक, स्थानीय पुलिस ने इस कॉल पर रिएक्शन दिया और SHO पुलिस टीम लेकर सीएम आवास पहुंचे. कुछ देर बाद स्वाति मालीवाल खुद सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन पहुंचीं. उन्होंने वहां घटना के बारे में बताया, लेकिन वहां से बिना कोई लिखित शिकायत दिए ही वापस चली गईं.

4. शाम तक नहीं मिली थी पुलिस को लिखित शिकायत

DCP नॉर्थ मनोज कुमार मीणा ने ANI से कहा, 'स्वाति मालीवाल ने पुलिस थाने से जाते समय कहा था कि वे बाद में लिखित शिकायत दर्ज कराएंगी, लेकिन शाम तक भी पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है. इस घटना को लेकर स्वाति मालीवाल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीएम ऑफिस या आम आदमी पार्टी की तरफ से देर शाम तक कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया गया है.

5. BJP ने पूछा, 'ऐसे किस तरह होगी दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा?'

भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को बुरी तरह घेर लिया है. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर चीफ सेक्रेटरी और एमएलए के बाद अब अपनी ही पार्टी की महिला राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल को पिटवाने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'सीएम आवास पर महिलाओं के साथ क्या-क्या किया जाता है? ये सारी बातें बहुत जल्द सामने आएगी, जब स्वाति मालीवाल लिखित में अपनी शिकायत देंगी पर एक बात स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्ट भी हैं और औरतों को पिटवाते भी हैं.' भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इसे लेकर सवाल खड़ा किया है.

नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा,'आज हमें शर्मनाक खबर मिली है कि अरविंद केजरीवाल के भड़काने पर उनके OSD ने उनकी ही पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट की है. यदि यह सच है तो शर्मनाक है. दिल्ली के मुख्यमंत्री को यह जवाब देना चाहिए कि यदि उनकी पार्टी की सांसद उनकी ही मौजूदगी में सुरक्षित नहीं है तो वे कैसे दिल्ली की महिलाओं की रक्षा करेंगे?' 

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