डीएनए हिंदीः राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने घोषणा की है कि वह बिहार से दिल्ली तक पदयात्रा निकालने जा रहे हैं. उन्होंने इसके पीछे की वजह अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की जनगणना कराना बताया है. तेजस्वी यादव का कहना है कि इस काम के लिए कोई भी कसर नहीं छोडे़ंगे. केंद्र पर दवाब बनाने के लिए वह बिहार के दिल्ली तक पदयात्रा निकालेंगे.
'अब नहीं बचा कोई विकल्प'
दरअसल हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना के लिए कराए जाने वाले राज्य-आधारित सर्वेक्षण में देरी के लिए कोरोना महामारी को जिम्मेदार ठहराया. इसी बयान का जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘अब तो ऐसा लगता है कि हमारे पास सड़कों पर उतरने और बिहार से दिल्ली तक पदयात्रा निकालने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि राजद (RJD) के प्रयासों से ही बिहार असेंबली के दोनों सदनों ने जाति जनगणना के समर्थन में दो बार प्रस्ताव पारित किया. फिर भी अभी तक जातिगत जनगणना शुरू नहीं करवाई गई है. ऐसा करके प्रदेश के पिछड़ों और वंचितों का हक मारा जा रहा है.
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जातिगत जनगणना की पुरानी है मांग
बिहार में जातिगत जनगणना करवाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) लगातार मांग उठाती आ रही है. लालू यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यह मुद्दा काफी जोर शोर से उठा था. तेजस्वी यादव का मानना है कि राज्य में पिछड़ों की संख्या 50 फीसदी से ज्यादा है. ऐसे में सरकारी योजनाओं का लाभ भी उन्हें ही ज्यादा मिलना चाहिए. दूसरी तरफ इसके पीछे राजनीतिक कारण भी हैं. RJD का मानना है कि जातिगत जनगणना का दांव उसकी जीत के रास्ते खोल सत्ता सकता है.
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