डीएनए हिंदी: तेलंगाना के कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के वेंकट रमण रेड्डी एक बड़े धाकड़ नेता साबित हुए हैं. उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंदशेखर राव और राज्य कांग्रेस प्रमुख ए रेवंत रेड्डी को हरा दिया है, जिनके अगले मुख्यमंत्री बनने की संभावना है. बीजेपी उम्मीदवार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी केसीआर को 6,741 वोटों के अंतर से हराया. जहां स्थानीय बीजेपी नेता वेंकट रमण रेड्डी को 66,652 वोट मिले, वहीं केसीआर को 59,911 वोट मिले. लगभग चार दशकों में केसीआर की यह पहली चुनावी हार है. 1985 के बाद से वह कभी चुनाव नहीं हारे.
रेवंत रेड्डी कामारेड्डी में 54,916 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे. सुबह गिनती शुरू होने के बाद से कई मोड़ आए. 12वें राउंड तक रेवंत रेड्डी केसीआर से आगे चल रहे थे, लेकिन 13वें राउंड से बीजेपी उम्मीदवार इन दोनों से आगे निकल गए. कुछ राउंड तक केसीआर और रेवंत रेड्डी के बीच दूसरे और तीसरे स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा रही, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार ने 20वें और आखिरी राउंड तक बढ़त बनाए रखी.
कैसे केसीआर ने गंवाई सीट
तीन प्रमुख उम्मीदवारों में वेंकट रमना रेड्डी एकमात्र स्थानीय थे. केसीआर जहां अविभाजित मेडक जिले से हैं, वहीं रेवंत रेड्डी अविभाजित महबूबनगर जिले से आते हैं. केसीआर और रेवंत रेड्डी दोनों क्रमशः अपने गृह निर्वाचन क्षेत्रों गजवेल और कोडंगल से चुने गए. जहां केसीआर लगातार तीसरी बार गजवेल से चुने गए, वहीं रेवंत रेड्डी कोडंगल में विजयी हुए. कांग्रेस नेता को 2018 में इस निर्वाचन क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा था.
किस उम्मीदवार को मिला कितना वोट
गजवेल में केसीआर ने पूर्व मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार एटाला राजेंदर को 45,031 वोटों के अंतर से हराया. बीआरएस प्रमुख को 1,11,648 वोट मिले जबकि राजेंद्र को 66,653 वोट मिले. कांग्रेस पार्टी के टी. नरसा रेड्डी 32,568 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
कोडंगल में रेवंत रेड्डी ने बीआरएस के मौजूदा विधायक पी. नरेंद्र रेड्डी को 32,532 वोटों से हराया. उन्हें 1,07,429 वोट मिले, जबकि नरेंद्र रेड्डी को 74,897 वोट मिले. बीजेपी के बंटू रमेश 3,988 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. (इनपुट: IANS)
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