'आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा', UNSC की बैठक में बोले विदेश मंत्री जयशंकर

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 29, 2022, 11:49 AM IST

एस जयशंकर ने दिया मुंहतोड़ जवाब

UNSC की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए दुनिया में सबसे बड़ा खतरा है. इससे मिलकर लड़ना होगा.

डीएनए हिंदी: दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में एक बार फिर विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को बेनकाब किया. जयशंकर ने शनिवार को स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद रोधी प्रतिबंध व्यवस्था उन देशों को आगाह करने के लिए जरूरी है, जो आतंकवाद (Terrorism) को पनाह दे रहे हैं.  विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए दुनिया में सबसे बड़ा खतरा है. इससे लड़ाई हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों के बावजूद आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है. खासतौर से एशिया और अफ्रीका में इसकी सक्रियता ज्यादा है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पिछले दो दशकों में आतंकवाद से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद रोधी प्रतिबंध व्यवस्था के इर्द-गिर्द निर्मित एक अंपोर्टेंट ऑर्किटेक्चर विकसित किया है. यह उन देशों को आगाह करने के लिए बहुत प्रभावी रही है, जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम बना लिया है.

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टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे आतंकी
जयशंकर ने कहा, ‘इसके बावजूद आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है, खासतौर से एशिया और अफ्रीका में, जैसा कि 1267 प्रतिबंध समिति निगरानी रिपोर्टों में बार-बार उल्लेख किया गया है. ' उन्होंने कहा कि खुले समाज के Ethos का इस्तेमाल आजादी, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए किया जा रहा है. विदेश मंत्री ने आतंकवादी गुटों द्वारा नई टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इंटरनेट और सोशल मीडिया को आतंकी और आतंकवादी गुट टूलकिट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं.

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UNSC से जुड़े देशों को ध्यान देने की जरूरत
विदेश मंत्री ने कहा कि पिछल कुछ सालों में खासतौर से खुले और उदार समाज में आतंकवादी संगठनों, उनके वैचारिक अनुयायियों और अकेले हमला करने वाले लोगों ने इन टेक्नोलॉजी तक पहुंच हासिल करके अपनी क्षमताएं बढ़ा ली हैं. उन्होंने कहा, ‘वे आजादी, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए टेक्नोलॉजी और पैसा तथा सबसे जरूरी खुले समाज के लोकाचार का इस्तेमाल करते हैं.उन्होंने कहा कि रणनीतिक, बुनियादी और व्यावसायिक संपत्तियों के खिलाफ आतंकवादी उद्देश्यों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल की आशंकाओं पर UNSC सदस्य देशों को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.

(भाषा इनपुट के साथ)

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