Tirupati Balaji Temple New Rules: तिरुपति मंदिर में श्रद्धालुओं को लकड़ी की छड़ी लेकर करनी होगी चढ़ाई, ये है कारण

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 15, 2023, 11:09 PM IST

Tirupati Balaji Temple (File Photo)

Tirumala Tirupati Devasthanam ने पिछले सप्ताह मंदिर के रास्ते में एक बच्ची पर तेंदुए के हमले के बाद यह नियम लागू किया है, जिसे हर श्रद्धालु को मानना ही होगा.

डीएनए हिंदी: Tirupati Temple Latest News- तिरुमाला की पहाड़ियों में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirumala Tirupati Balaji temple) में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक नया नियम बनाया गया है. अब श्रद्धालुओं को मंदिर के लिए पैदल चढ़ाई करते समय अपने सामान के साथ लकड़ी की एक छड़ी भी रखनी होगी. यह छड़ी रास्ते में किसी जंगली जानवर के आने पर श्रद्धालु के लिए हथियार का काम करेगी. यह छड़ी मंदिर प्रशासन की तरफ से दी जाएगी. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (Tirumala Tirupati Devasthanams) की तरफ से यह नया नियम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लागू किया गया है. यह नियम उन सुरक्षा मानकों का हिस्सा है, जो मंदिर के रास्ते में पिछले सप्ताह 6 साल की एक बच्ची पर तेंदुए के हमले के बाद लागू किए जा रहे हैं. 

मंदिर के लिए अकेले नहीं ग्रुप में जाएंगे श्रद्धालु

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने यह भी तय किया है कि मंदिर के पैदल पथ पर कोई भी श्रद्धालु अकेले यात्रा नहीं करेगा. अब एक बार में 100 श्रद्धालुओं का बैच नीचे से रवाना किया जाएगा, जिनके साथ एक सिक्योरिटी गार्ड भी होगा. बच्चे साथ लेकर आने वाले श्रद्धालु दोपहर 2 बजे के बाद चढ़ाई शुरू नहीं कर पाएंगे ताकि वे रास्ते में अंधेरे के समय बच्चों के साथ जंगल में ना रहें. ये कदम तेंदुए के हमले जैसी घटना को रिपीट होने से बचने के लिए उठाया जा रहा है. TTD के चेयरपर्सन बी. करुणाकर रेड्डी ने कहा, हर श्रद्धालु को एक लकड़ी की छड़ी साथ रखनी होगी ताकि वह खुद भी जंगली जानवर के हमले की स्थिति में बचाव कर सके. यह छड़ी हम हर श्रद्धालु को उपलब्ध कराएंगे, चाहे कितनी ही छड़ियों की व्यवस्था करनी पड़े. 

बंदरों को खाना खिलाने पर लगेगी रोक

TTD के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं को कहा जाएगा कि वे रास्ते में बंदरों को खाना ना खिलाएं. साथ ही श्रद्धालुओं और रास्ते में बने फूड स्टॉल्स संचालकों को बचा हुआ खाना नहीं बिखेरने के लिए भी ताकीद की जाएगी. इससे जंगली जानवरों को पैदल पथ की तरफ आकर्षित होने का खतरा कम होगा. 

सरकार को भेजा है फैंसिंग लगाने का प्रस्ताव

मंदिर प्रशासन ने पैदल पथ पर दोनों तरफ फैंसिंग लगाने की भी योजना बनाई है. इसके लिए एक प्रस्ताव मंजूरी के लिए केंद्रीय पर्यावरण व वन मंत्रालय को भेजा गया है, क्योंकि मंदिर रिजर्व फॉरेस्ट एरिया में मौजूद है.

तेंदुए के हमले से हो गई थी बच्ची की मौत

पिछले सप्ताह शुक्रवार रात को एक तेंदुए के पैदल पथ के करीब हमले में 6 साल की लक्षिता की मौत हो गई थी. लक्षिता अपने परिवार के रास्ते के स्टॉल से कुछ खरीदकर देने पर रूठकर रास्ते से थोड़ा अलग चली गई थी, जहां उस पर तेंदुए ने हमला कर दिया. बाद में उसकी कटी-फटी लाश झाड़ियों में मिली थी. लक्षिता पर हमला करने वाले संदिग्ध तेंदुए को करीब 48 घंटे बाद वन अधिकारियों ने दबोच लिया, लेकिन वन अधिकारियों का कहना है कि इलाके में और भी जंगली जानवर हैं, जिनमें तेंदुए और भालू शामिल हैं.

पैदल पथ पर 500 CCTV कैमरे लगा रहा मंदिर प्रशासन

TTD अधिकारियों का कहना है कि अलीपीरी से तिरुमाला को जोड़ने वाले पैदल पथ पर 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. साथ ही श्रीवरी मेट्टू (भगवान के पदचिह्न) तक भी कैमरे लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर ड्रोन कैमरे भी खरीदे जाएंगे. एनीमल ट्रैकर और डॉक्टर 24 घंटे उपलब्ध हैं. पैदल पथ पर 30 मीटर तक रोशनी करने वाली फोकस लाइट लगाई गई हैं. इसके अलावा रास्ते में कई जगह जंगली जानवरों के हमले के अंदेशे वाले चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं. 

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