Tirupati Laddu Row: पूरी दुनिया में सनातन आस्था का केंद्र माने जाने वाले तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद पर उठे विवाद में अब केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गई है. केंद्र सरकार ने प्रसाद में गोमांस और जानवर की चर्बी के अंश मिलने के विवाद की जांच भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) से कराने का ऐलान किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस बात का ऐलान शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात करने के बाद किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आंध्र प्रदेश सरकार से भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. नड्डा ने केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी की तरफ से इस मामले में विस्तृत जांच कराने की मांग उठाए जाने के बाद FSSAI को इसका निर्देश दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा. बता दें कि चंद्रबाबू नायडू ने गुजरात की एक केंद्रीय लैब की रिपोर्ट के आधार पर दावा किया था कि मंदिर के प्रसाद में गोमांस और जानवर की चर्बी के अंश मिलाए जा रहे हैं. उन्होंने यह काम आंध्र प्रदेश में YSRCP की सरकार रहने के दौरान किए जाने का दावा किया था. इससे बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है.
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क्या बताया है जेपी नड्डा ने
जेपी नड्डा से शुक्रवार को वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के मौके पर मीडिया ने इस बारे में सवाल किया. इस पर उन्होंने कहा,'मैंने खबर मिलते ही चंद्रबाबू नायडू से बात करके जानकारी ली है और उनके पास मौजूद रिपोर्ट को भेजने का आग्रह किया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए विस्तृत जांच की मांग की है. इस बारे में FSSAI से जांच कराई जाएगी और राज्य नियामक से भी जानकारी ली जाएगी. रिपोर्ट की पूरी जांच के बाद खाद्य कानून और FSSAI का दायरे के तहत जो भी दोषी होगा, उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
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YSRCP ने कही है ये बात
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन की पार्टी युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने भी इस मामले में अपना पक्ष दिया है. पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए घृणित आरोप लगाने का दावा किया है. उधर, इस मामले में YSRCP के सीनियर लीडर वाईवी सुब्बा रेड्डी ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है. इस याचिका में तिरुपति लड्डू बनाने में जानवर की चर्बी के कथित इस्तेमाल के आरोप की सच्चाई सामने लाने के लिए कोर्ट में सुनवाई करने का आग्रह किया गया है. इस पर हाई कोर्ट ने मंजूरी देते हुए 25 सितंबर को सुनवाई की तारीख तय की है.
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'यह हिंदू धर्म के खात्मे की साजिश, दोषी को होनी चाहिए फांसी'
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवर की चर्बी मिलाने को हिंदू धर्म के खात्मे की साजिश बताया है और इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की है. साथ ही इसमें दोषी पाए जाने वाले लोगों को फांसी दिए जाने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह महज घोटाले का मामला नहीं है बल्कि वाईएसआर सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर हिंदुओं का धर्मांतरण भी कराया गया है.
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