तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलाई जानवर की चर्बी? सीएम चंद्रबाबू नायडू के दावे पर मचा बवाल, जानिए क्या कहती है लैब रिपोर्ट

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Sep 19, 2024, 07:32 PM IST

Tirupati Temple Laddu Row: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने केंद्रीय प्रयोगशाला की एक रिपोर्ट के आधार पर यह दावा किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि लड्डू बनाने में इस्तेमाल घी में मछली का तेल, गाय का मांस और सूअर की चर्बी के अंश मौजूद थे.

Tirupati Temple Laddu Row: देश में ही नहीं दुनिया भर में आस्था का केंद्र माने जाने वाले तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद पर विवाद खड़ा हो गया है. तिरुपति बालाजी मंदिर के नाम से मशहूर इस मंदिर में प्रसाद के तौर पर मिलने वाले लड्डू में जानवरी की चर्बी मिलाए जाने का दावा किया गया है. यह दावा आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगूदेशम पार्टी ने किया है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसका ठीकरा कुछ महीने पहले तक सत्ता संभालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन की पार्टी वाईएसआरसीपी (YSRCP) पर फोड़ा है. उन्होंने दावा किया है कि YSRCP की सत्ता के दौरान ही तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) में मिलने वाला लड्डू का प्रसाद उस घी से बनाया गया, जिसमें जानवर की चर्बी मौजूद थी. यह दावा तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के संचालन वाले इस मंदिर के प्रसाद में यह गड़बड़ी का दावा एक केंद्रीय प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर किया गया है. लैब रिपोर्ट में क्या है ये बात चलिए हम आपको बताते हैं.

पहले जान लीजिए किस लैब की रिपोर्ट पर मचा है बवाल

TDP ने जिस लैब रिपोर्ट का हवाला दिया है, वो लैब गुजरात की है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में केंद्र सरकार के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड का पशुधन व खाद्य विश्लेषण स्टडी सेंटर है. इसी स्टडी सेंटर की लैब में प्रसाद के लड्डू की जांच की गई है और इसके बाद रिपोर्ट दी गई है.


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अब जानिए लैब रिपोर्ट में क्या बताया गया है

केंद्रीय लैब की रिपोर्ट में तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवर की चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि की गई है. जिन लड्डुओं की जांच की गई है, वे YSRCP की सत्ता के दौरान तिरुपति मंदिर के लिए बनाए गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लड्डुओं को बनाने के लिए जिस घी का इस्तेमाल किया गया, उसमें मछली के तेल की मिलावट के साथ ही गोमांस और सूअर की चर्बी के भी अंश मौजूद थे. 

क्या होती है चर्बी

चर्बी किसी भी जीव के मांस के उस हिस्से को कहते हैं, जो आधा ठोस घी जैसा सफेद फैट वाला उत्पाद होता है. इसे अमूमन नकली घी बनाने के लिए सूअर के फैट वाले टिश्यूज से निकालकर इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए सूअर को कई बार जलती हुई आग के ऊपर जिंदा ही भूना जाता है, जिससे उसके फैट टिश्यूज से चर्बी पिघलकर टपकने लगती है, जिसे इकट्ठा कर लिया जाता है.

'देवता देंगे नायडू और उनके परिवार को सजा' 

चंद्रबाबू नायडू के दावों के बाद इस मुद्दे पर राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है. वेंकटेश्वर मंदिर को संचालित करने वाले TTD के दो बार अध्यक्ष रह चुके वरिष्ठ YSRCP नेता बी. करुणाकर रेड्डी ने सीएम नायडू पर राजनीतिक फायदे के लिए झूठा मुद्दा उठाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि क्या लड्डू में जानवरी की चर्बी मिलाना संभव है? भगवान महाविष्णु ऐसा करने वाले को नष्ट कर देंगे. किसी भी तरह के आरोप लगाइए, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए वेंकटेश्वर स्वामी के लड्डू पर ऐसा आरोप लगाना निदंनीय है. देवता नायजू और उनके परिवार को सजा देंगे.' 

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