डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रदेश के पूर्वी कोने में स्थित गाजीपुर तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बना है. 16 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया था. तब से अभी तक इस सड़क पर सफर मुफ्त था. हालांकि, 1 मई से इस सड़क पर चलने वाली गाड़ियों से टोल टैक्स वसूला जाएगा. यह भी बताया गया है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर भी टोल टैक्स में 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी.
UPEIDA के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि टोल प्लाजा के संचालन, टोल कलेक्शन, 6 एम्बुलेंस और 15 पेट्रोलिंग वाहन उपलब्ध कराए जाने केलिए चयनित एजेंसी को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है. अवनीश अवस्थी के मुताबिक, कुल टोल टैक्स 833 रुपये होगा, लेकिन 25 प्रतिशत की छूट के बाद 625 रुपये ही चुकाने होंगे.
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किस गाड़ी के लिए कितना टोल टैक्स?
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर चलने वाली कार, जीप, वैन या लाइट मोटल वीइकल के लिए 675 रुपये चुकाने होंगे. इसके अलावा कमर्शियल गाड़ियों, हल्के माल वाहनों या मिनी बस के लिए 1065 रुपये, बस या ट्रक के लिए 2145 रुपये, निर्माण कार्य से जुड़ी भारी गाड़ियों के लिए 3285 रुपये और ओवरसाइज्ड वीइकल यानी 7 या उससे ज्यादा एक्सल वाली गाड़ियों के लिए 4185 रुपये का टोल टैक्स चुकाना होगा.
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क्यों खास है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
लखनऊ से गाजीपुर के बीच बने इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 340 किलोमीटर है. इसमें 22 फ्लाइओवर, 7 रेलवे ओवरब्रिज, 7 बड़े पुल और 114 छोटे पुल बनाए गए हैं. इसे बनाने में लगभग 11,216 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्सों को इस तरह तैयार किया गया है कि जरूरत पड़ने पर वहां फाइटर प्लेन भी उतारे जा सकें.
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