Train Derail Conspiracy Fail: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर दो जगह ट्रेन पलटने की साजिश नाकाम हो गई है. महोबा और बलिया जिलों में दो अलग-अलग जगह कंक्रीट का पिलर और सीमेंट का पत्थर रखकर ट्रेन पलटने की साजिश की गई थी. महोबा में पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट के अलर्ट होने से साजिश नाकाम हो गई, जबकि बलिया में ट्रेन पत्थर से टकराकर भी पलटने से बच गई. पुलिस ने महोबा में इस साजिश के सिलसिले में 16 साल के एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया है, जिसे ट्रैक पर पिलर रखने का आरोपी बताया जा रहा है. फिलहाल आजे की जांच जारी है. पुलिस का मानना है कि नाबालिग लड़के के साथ इस मामले में कुछ अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं. बलिया में आरोपियों की तलाश की जा रही है. इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में पिछले डेढ़ महीने के दौरान कई जगह रेल ट्रैक पर सिलेंडर से लेकर लोहे के खंभे तक रखकर ट्रेन पलटने की कोशिश की जा चुकी है.
लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर टाल दिया हादसा
महोबा पुलिस के सीओ दीपक दुबे ने PTI-भाषा को बताया कि कबरई थाना क्षेत्र के तहत बांदा-महोबा रेल ट्रैक पर सीमेंट का फेंसिंग पिलर रखा गया था, जिसे तार आदि की बाउंड्री बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. शनिवार दोपहर इस ट्रैक पर आ रही एक पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट को दूर से कुछ अजीब लगा. लोको पायलट ने तत्काल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक लिया. लोको पायलट का कहना है कि यदि ट्रेन तेज गति से पिलर के ऊपर से गुजरती तो वह निश्चित तौर पर डिरेल होकर पलट सकती थी.
रेलवे पुलिस को दी जानकारी, फिर हटाया गया पिलर
लोको पायलट ने तत्काल इस घटना की जानकारी रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस को फोन के जरिये दी. RPF और स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. पिलर को ट्रैक से हटाने के बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया. जांच में पिलर रखने के पीछे 16 साल के नाबालिग लड़के का नाम सामने आया. पुलिस टीम ने संदिग्ध नाबालिग को तत्काल हिरासत में ले लिया. नाबालिग ने पटरी पर पिलर रखने की बात स्वीकार कर ली है. इस मामले में कबरई थाने में मुकदमा दर्ज करने के बाद आगे जांच की जा रही है.
बलिया में पत्थर से टकराकर मुड़ा लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस का कैटल गार्ड
शनिवार सुबह बलिया जिले के बैरिया इलाके में भी पटरी पर सीमेंट का बड़ा पत्थर रखकर ट्रेन पलटने की साजिश रची गई थी. पूर्वोत्तर रेलवे के पीआरओ अशोक कुमार के मुताबिक, वाराणसी-बलिया-छपरा रेल ब्लॉक पर पत्थर रखा गया था. सुबह करीब 10.25 बजे लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस 15054 का इंजन इस पत्थर से टकरा गया, जिससे उसका कैटल गार्ड मुड़ गया. हालांकि इससे पहले ही लोको पायलट ने पत्थर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए थे. यह ट्रेन लखनऊ से छपरा जा रही थी.
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