Mahua Moitra ने दिया इस भाजपा सांसद को नोटिस, जानें क्या है रिश्वतखोरी का आरोप, जिस पर नाराज हैं TMC सांसद

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 17, 2023, 08:48 PM IST

Mahua Moitra

Mahua Moitra Bribery Case: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. यह आरोप एक खास मामले में लगाया गया है.

डीएनए हिंदी: Latest News in Hindi- तृणमूल कांग्रेस की फायरब्रांड सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर मानहानि का मुकदमा दाखिल करने की तैयारी कर दी है. महुआ ने दुबे और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट जय अनंद देहादरई को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें दोनों पर निजी और राजनीतिक दुश्मनी के चलते उनकी रेपुटेशन और गुडविल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश का आरोप लगाया है. दोनों ने महुआ पर लोकसभा में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया था, जिसे महुआ ने अपनी छवि खराब करने की कोशिश बताया है.

क्या है पूरा मामला, जिसमें लगे थे महुआ पर आरोप

दरअसल निशिकांत दुबे ने संसद में देहादरई के एक पत्र का जिक्र किया है और दावा किया है कि उनके पास मोइत्रा और बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी के बीच रिश्वत के लेनदेन के ठोस सबूत हैं. यह रिश्वतखोरी 2005 के कैश फॉर क्वेरी (सवाल के बदले पैसा) घोटाले के समान है. भाजपा सांसद ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस मुद्दे की अलग से जांच कराने का आग्रह किया है. हालांकि हीरानंदानी ग्रुप ने दुबे के आरोपों को खारिज कर दिया है. ग्रुप ने कहा है कि वह इस तरह के राजनीतिक व्यापार में शामिल नहीं है.

16 अक्टूबर को भेजा गया है नोटिस

पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने 16 अक्टूबर को दुबे और देहादरई को नोटिस भेजा है. नोटिस में उन्होंने कहा है कि लोकसभा सदस्य के तौर पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए किसी भी तरह का लाभ मंजूर करने का आरोप अपमानजनक, झूठा और निराधार है. इस झूठे आरोप को साबित करने वाला कोई सबूत भी पेश नहीं किया गया है. नोटिस में उन्होंने कहा है कि दुबे और उनके बीच इससे पहले कई बार वैचारिक मतभेद के चलते तीखी तकरार हुई है. दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस भी दाखिल किया है, जिसमें उनकी संसद सदस्यता खारिज कराने की कोशिश की गई है.

दुबे की योग्यता पर उठाया था महुआ ने सवाल

नोटिस में कहा गया है कि मार्च, 2023 में महुआ मोइत्रा ने निशिकांत दुबे की योग्यता पर सवाल उठाया था. उन्होंने दुबे द्वारा अपने चुनाव नामांकन में बताई गई शैक्षिक योग्यता की सत्यता पर सवाल उठाया था. मोइत्रा ने आरोप लगाया है कि निशिकांत दुबे इस मुद्दे को उठाए जाने से परेशान हो गए थे. इसी कारण उन्होंने दावों की पुष्टि किए बिना उनके (महुआ के) खिलाफ झूठे और अपमानजनक आरोप लगाने का काम किया है. नोटिस में यह भी कहा गया है कि एडवोकेट जय अनंत देहादरई सालों तक महुआ के करीबी दोस्त रहे हैं, लेकिन दोनों की दोस्ती कुछ निजी कारणों से टूट गई थी और संबंध बेहद खराब हो गए थे. नोटिस में आगे कहा गया है कि देहादरई ने महुआ को वल्गर और द्वेषपूर्ण मैसेज भेजकर धमकाने की कोशिश की थी और उनके ऑफिशियल सरकारी आवास में चोरी से घुसकर कई निजी चीजें भी चुराई थीं. इस मामले में देहादरई के खिलाफ दो बार 25 मार्च, 2023 और 23 सितंबर, 2023 को महुआ ने केस भी दर्ज कराया है. महुआ का आरोप है कि इसी कारण दुबे और देहादरई मिलकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.