डीएनए हिंदी: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा के बीच इन दिनों ट्विटर वॉर छिड़ा हुआ है. इसकी शुरूआत तब हुई जब गुवाहटी में राज्य सरकार ने 34 स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी कर दिया. ये वो स्कूल हैं जहां एक भी छात्र 2022 हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (High School Leaving Certificate) परीक्षा में पास नहीं हुए. इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा, "ये कोई समाधान नहीं है."
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'स्कूल बंद करने की बजाय स्कूल को सुधारना और पढ़ाई ठीक करनी चाहिए. हमें तो अभी पूरे देश में ढेरों नए स्कूल खोलने की जरूरत है.' इसके बाद केजरीवाल ने आज एक बार फिर हिमंत बिस्वा सरमा पर ट्वीट कर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'हमारे यहाँ कहावत है. कोई पूछे “मैं कब आऊँ” और आप कहें “कभी भी आ जाओ” इसका मतलब होता है “कभी मत आओ”.मैंने आपसे पूछा “आपके सरकारी स्कूल देखने कब आऊँ” आपने बताया ही नहीं. बताइए कब आऊँ, तभी आ जाऊँगा.'
'केजरीवाल देश को नंबर-1 बनाने की चिंता छोड़ें, मोदी बना रहे हैं'
दरअसल, हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को केजरीवाल पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि आप देश को नंबर-1 बनाने की चिंता छोड़ दें. वो मोदी जी कर रहे हैं.
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इससे पहले हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा था कि केजरीवाल को टिप्पणी करने से पहले 'होमवर्क' करना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने निजी स्कूलों का अधिग्रहण कर लिया है और इसमें 6,802 प्राथमिक, 1,589 माध्यमिक स्कूल, 81 कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल और 97 चाय बागान मॉडल स्कूल शामिल हैं.
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