समान नागरिक संहिता पर क्या NCP देगी केंद्र का साथ? शरद पवार ने 'सिखों' पर खेला दांव

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 30, 2023, 06:43 AM IST

NCP चीफ शरद पवार.

शरद पवार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने कहा है कि वह सब जानने के बाद ही अपना फैसला लेंगे.

डीएनए हिंदी: देश में समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर नई बहस छिड़ गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar)ने गुरुवार को कहा कि सरकार की ओर से कुछ चीजें स्पष्ट करने के बाद उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता (UCC) पर अपना रुख तय करेगी. उन्होंने कहा कि विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण लागू किया जाए.

शरद पवार ने अपनी बेटी और NCP सांसद सुप्रिया सुले सहित विपक्षी नेताओं को निशाना बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना की. उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री पटना में विपक्ष की हालिया बैठक से परेशान हैं.'

किस बात पर शरद पवार चाहते हैं केंद्र से स्पष्टीकरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में समान नागरिक संहिता की वकालत किए जाने का जिक्र करते हुए शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'विधि आयोग को अब तक यूसीसी पर 900 से अधिक सुझाव मिले हैं. सिख, जैन और ईसाई जैसे समुदायों के रुख का पता लगाया जाना चाहिए. पता लगा है कि सिख समुदाय का एक अलग नजरिया है.'

इसे भी पढ़ें- तमिलनाडु के राज्यपाल ने सेंथिल बालाजी को किया मंत्रिमंडल से बर्खास्त, क्या है सख्त एक्शन की वजह?

'सिख समुदाय' पर दांव खेल रहे हैं शरद पवार

शरद पवार ने कहा, 'वे यूसीसी का समर्थन करने के मूड में नहीं हैं. इसलिए सिख समुदाय के संज्ञान के बिना यूसीसी पर फैसला करना उचित नहीं होगा. यह भी संभव है कि ध्यान भटकाने के लिए यूसीसी का मुद्दा उठाया जा रहा हो क्योंकि जो लोग सत्ता में हैं, उनके प्रति नाराजगी है.'

शरद पवार ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में एनसीपी पदाधिकारियों की राष्ट्रीय स्तरीय बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि यूसीसी मुद्दा उठाने से पहले केंद्र को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने पर फैसला करना चाहिए. 

UCC नहीं इस बात पर है शरद पवार का जोर

उन्होंने कहा, 'जब मैं राज्य का मुख्यमंत्री था, हमने स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया था. बाद में इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया गया. उसके बाद इस फैसले को राष्ट्रीय स्तर पर दोहराया गया. अब हम इस बात पर जोर देते हैं कि महिलाओं के लिए समान आरक्षण नीति विधानसभाओं और संसद में भी अपनाई जानी चाहिए.'

इसे भी पढ़ें- मणिपुर पहुंचे राहुल गांधी, सुरक्षाबलों ने रोका काफिला, प्रियंका गांधी ने किया सवाल- BJP क्यों कर रही ऐसा?

पीएम मोदी के बयान पर क्या बोले शरद पवार?

शरद पवार ने कहा, 'BJP को यकीन नहीं है कि आगामी चुनाव में क्या होगा, इसलिए प्रधानमंत्री ने कुछ ऐसे बयान दिए जो उनके पद को शोभा नहीं देता. उदाहरण के लिए, उन्होंने मेरी पार्टी के खिलाफ टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि यदि आप सुप्रिया सुले को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो आप एनसीपी को वोट दे सकते हैं.' शरद पवार ने कहा कि सुप्रिया सुले अपने दम पर तीन बार सांसद चुनी गईं और लोकसभा में अपने प्रदर्शन से सराहना हासिल की. (इनपुट: भाषा)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Uniform Civil Code Sharad Pawar Nationalist Congress Party Narendra Modi Law Commission