डीएनए हिंदी: एक के बाद एक तमाम बड़े फैसलों के बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(UGC) और AICTE ने एक जॉइंट एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में उन भारतीय नागरिकों और प्रवासियों को चेतावनी दी गई है जो पाकिस्तान जाकर एजुकेशनल डिग्री या हायर एजुकेशन की चाहत रखते हैं. एडवाइजरी में एआईसीटीई ने भारतीय छात्रों को पाकिस्तानी शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले को लेकर चेताया है. अगर एडवाइजरी के बावजूद भी भारतीय छात्र/ प्रवासी ऐसा करते हैं तो वो भारत में ना तो रोजगार के काबिल होंगे और ना ही हायर एजुकेशन के.
वहीं जो शरणार्थी पाकिस्तान से भारत आए हैं, उन्हें इस नियम से छूट दी जाएगी. माइग्रेंट और उनके बच्चे जिन्होंने पाकिस्तान में हायर एजुकेशन डिग्री हासिल की है और जिन्हें भारत की नागरिकता मिली है, वे गृहमंत्रालय से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के बाद भारत में नौकरी के लिए एलिजिबल होंगे.
ये भी पढ़ें- Delhi में फिर Covid के मामले हुए 1,000 के पार, 15 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा
गौरतलब है कि पिछले महीने यूजीसी और एआईसीटीई की तरफ से चीन में हायर एजुकेशन की चाह रखने वाले भारतीय छात्रों को भी एडवाइजरी के जरिए चेतावनी दी गई थी.
इससे पहले यूजीसी ने साल 2019 में कश्मीर (पीओके) के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने के खिलाफ भी वार्निंग एडवाइजरी जारी की थी. इसमें भारतीय छात्रों से पाकिस्तान के किसी भी कॉलेज या एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में प्रवेश नहीं लेने का आग्रह किया था. इस एडवाइजरी को ना मानने वाले छात्रों को भारत में ना ही नौकरी और ना ही उच्च शिक्षा मिलेगी.
ये भी पढ़ें- हनुमान चालीसा पर महाराष्ट्र में सियासी बवाल, Navneet Rana के घर के बाहर शिवसैनिकों का हंगामा
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.