YouTube Video से ली ट्रेनिंग, Uttar Pradesh में 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर छापने लगे 500 रुपये के नकली नोट

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Nov 09, 2024, 11:20 PM IST

Uttar Pradesh Crime: सोनभद्र जिले में नकली नोट छापने का धंधा शुरू करने वाले दो लोगों को Uttar Pradesh Police ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों उस समय पकड़े गए, जब वे 10,000 रुपये नकली नोट लेकर बाजार पहुंचे थे.

Uttar Pradesh Crime: यूट्यूब (YouTube) पर आपको हर चीज की ट्रेनिंग देने वाले वीडियो मिल जाएंगे. इन वीडियोज के जरिये कुछ लोग पॉजीटिव चीजें सीखते हैं तो कुछ इससे निगेटिव बातें सीखकर अपने अपराध का बाजार सजा लेते हैं. ऐसे ही दो युवकों को उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने धर दबोचा है, जो YouTube Video से नकली नोट छापनी की ट्रेनिंग लेने के बाद फेक करेंसी (Fake Currency) रैकेट चला रहे थे. इन युवकों को सोनभद्र जिले के रामगढ़ मार्केट में पकड़ा गया है और उनके कब्जे से 10,000 रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं. इससे पहले भी वे 30,000 रुपये के नकली नोट छापकर सोनभद्र जिले के अलग-अलग हिस्सों में सर्कुलेट कर चुके थे. पुलिस ने जब उनसे सख्ती से पूछताछ की तो जो कहानी सामने आई है, उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.

10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर 490 रुपये की कमाई
सोनभद्र पुलिस (Sonbhadra Police) के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों के नाम सतीश राय और प्रमोद मिश्रा हैं. उन्होंने पूछताछ में बताया कि वे दोनों मिनरल वाटर के विज्ञापन छापा करते थे. इससे उन्हें प्रिंटिंग की बढ़िया जानकारी हो गई थी. इसी दौरान यूट्यूब पर दोनों ने एक वीडियो देखा था, जिसमें स्टाम्प पेपर पर नकली नोट छापने का तरीका बताया गया था. दोनों को यह वीडियो देखकर कमाई का बढ़िया जरिया दिखाई दिया. उन्होंने मिर्जापुर जिले से 10-10 रुपये के स्टाम्प पेपर खरीदे और एक कम्प्यूटर प्रिंटर खरीदकर अपने धंधे की दुकान सजा ली. उन्होंने 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर 500 रुपये का नकली नोट छापना शुरू कर दिया. इस तरह उन्हें एक स्टाम्प पेपर से 490 रुपये की कमाई होने लगी.

देखकर नहीं बता सकता कोई असली-नकली नोट का फर्क
सोनभद्र के अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह के मुताबिक, हमें 500 रुपये के 20 नकली नोट मिले थे. कोई भी इन नोटों में और असली नोट में कोई फर्क नहीं कर सकता था, जब तक कि वह करेंसी नोटों की पहचान करने वाले फीचर्स के बारे में नहीं जानता हो. इसके बाद इन नोट को छापने वालों की तलाश शुरू की गई. इसके लिए बाजार में मुखबिर छोड़े गए. इसी दौरान 10,000 रुपये के नकली नोट खपाने रामगढ़ मार्केट में आने पर दो युवक दबोचे गए तो सारा धंधा सामने आ गया.

एक ही सीरियल नंबर के सारे नकली नोट
पुलिस के मुताबिक, दोनों के पास बरामद हुए सारे नकली नोट एक ही नंबर के हैं यानी उन्हें किसी एक नोट के स्कैन की मदद से ही प्रिंट किया गया है. उनके कब्जे से नकली नोटों के अलावा एक आल्टो कार, नोट प्रिंट करने में उपयोग होने वाले उपकरण, लैपटॉप, प्रिंटर और 27 स्टाम्प पेपर भी बरामद किए गए हैं. 

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