Uttarakhand Rains: केदारनाथ धाम जा रहे 5 श्रद्धालु जिंदा दफन, बारिश के कारण गिरे मलबे में दबी मिली कार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 12, 2023, 09:19 AM IST

Uttarakhand Rains के कारण गिरे मलबे में दबी कार निकालते रेस्क्यू टीम के सदस्य. (Photo-ANI)

Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हो रहे हैं. श्रद्धालुओं की कार भी ऐसे ही भूस्खलन के मलबे में दब गई. मौसम विभाग ने अगले 3 दिन राज्य में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.

डीएनए हिंदी: Uttarakhand News- उत्तराखंड के लिए इस बार यह मानसून आपदा बनकर आया है. राज्य में पिछले करीब डेढ़ सप्ताह से लगातार भारी बारिश के कारण तबाही का माहौल है. केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए जा रहे 5 श्रद्धालु इसी तबाही का शिकार हो गए हैं. रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मलबा हटाने के दौरान इन श्रद्धालुओं की कार दबी मिली. माना जा रहा है कि कार पर मलबा गिरने के कारण पांचों श्रद्धालु जिंदा ही अंदर दफन हो गए. करीब डेढ़ सप्ताह पहले भी केदारनाथ यात्रा मार्ग के बेस कैंप गौरी कुंड में अचानक पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण तीन दुकानें ध्वस्त हो गई थीं, जिनके अंदर सो रहे 13 लोग दफन हो गए थे. इनमें से कई के अब तक शव भी नहीं मिले हैं. भारतीय मौसम विभाग (IMD) का अनुमान है कि उत्तराखंड में बारिश की तबाही अगले कई दिन तक जारी रहेगी. IMD ने अगले तीन दिन के लिए राज्य के 6 जिलों में बेहद भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.

मृतकों में 3 श्रद्धालु गुजरात के

केदारनाथ मार्ग पर हादसा गुरुवार देर रात हुआ, जब रुद्रप्रयाग जिले के फाटा इलाके में तरसाली के पास सड़क पर अचानक पहाड़ी से मलबा गिर गया. इसी मलबे में इन श्रद्धालुओं की कार दब गई. हालांकि मलबे में कार दबे होने की जानकारी शुक्रवार को मिली, जब लगातार बारिश के कारण बहुत देर बाद रास्ता साफ करने के लिए टीमें मौके पर पहुंची. रुद्रप्रयाग पुलिस के मुताबिक, मलबे में दबी कार के अंदर बैठे लोग जिंदा ही दफन हो गए. मरने वालों में 4 लोगों की पहचान हुई है, जबकि पांचवे मृतक की पहचान की कोशिश चल रही है. मृतकों में 3 गुजरात के श्रद्धालु थे, जबकि एक व्यक्ति हरिद्वार का निवासी है.

राज्य में अब तक 58 मौत

स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक, राज्य में बारिश के कारण हुई घटनाओं में अब तक 58 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 37 घायल हुए हैं. इसके अलावा 19 लोग अभी लापता हैं. राज्य में 1,167 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 33 पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं. साथ ही बड़े पैमाने पर सड़कों और पुलों को भी नुकसान पहुंचा है. बाढ़ के कारण राज्य की कृषि भूमि का बड़ा हिस्सा बह गया है.

छह जिलों में बारिश का रेड अलर्ट

देहरादून स्थित मौसम विभाग के रीजनल सेंटर ने उत्तराखंड के छह जिलों में अगले तीन दिन के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. IMD ने देहरादून, पौड़ी, टिहरी, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में 14 अगस्त तक बेहद भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने SDRF को इस दौरान अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं और सभी जिलों के प्रशासन को स्थानीय स्तर पर अलर्ट जारी करने को कहा है. उन्होंने लोगों से इस दौरान अनावश्यक ट्रैवल करने से बचने की अपील भी की है.

कोटद्वार के बारिश प्रभावित इलाकों में पहुंचे सीएम धामी

मुख्यमंत्री धामी ने कोटद्वार जिले के बारिश से बुरी तरह प्रभावित इलाकों का दौरा किया है. यहां कुछ दिन पहले अचानक आए मलबे में एक व्यक्ति लापता हो गया था, जबकि कई पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके चलते इस इलाके की बड़ी आबादी का संपर्क पूरे राज्य से कट गया है. मुख्यमंत्री धामी के साथ उत्तराखंड विधानसभा की स्पीकर और स्थानीय विधायक ऋतु खंडूड़ी भी मौजूद रहीं. धामी ने पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान को गाडीघाटी में क्षतिग्रस्त हुए पुल की मरम्मत तत्काल कराने का निर्देश दिया है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.