Vandebharat Train को लेकर रेलवे के अधिकारी बना रहे है ये खास योजना

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 27, 2022, 07:52 PM IST

वंदेभारत एक्सप्रेस

Vandebharat Train: ICF प्रतिमाह लगभग 10 ट्रेनों के निर्माण की योजना बना रहा है. नई वंदे भारत ट्रेनों में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा.

डीएनए हिंदी: नई, उन्नत वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का निर्माण 115 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जाएगा. सोलह डिब्बों वाली इन सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों में से दो के अगस्त में परीक्षण के लिए पटरियों पर उतरने की उम्मीद है. अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बड़ी संख्या में डिब्बों के बनने के बाद कीमतों में काफी कमी आएगी. रेलवे ने अगस्त 2023 तक इस तरह की 75 रेलगाड़ियों के निर्माण का लक्ष्य रखा है.

अधिकारियों ने कहा कि ऐसी दो ट्रेन पहले से ही दिल्ली और कटरा, दिल्ली और वाराणसी के बीच संचालित हो रही हैं. उन्होंने बताया कि इन नई उन्नत 75 रेलगाड़ियों में सुरक्षा और यात्री सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा.

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चेन्नई स्थित एकीकृत कोच कारखाने (ICF) के महाप्रबंधक ए.के. अग्रवाल ने कहा, "16 डिब्बों वाली वंदे भारत ट्रेन के निर्माण की लागत लगभग 110 करोड़ रुपये से 120 करोड़ रुपये होगी. आप कह सकते हैं, यह औसतन 115 करोड़ रुपये है." उन्होंने कहा, "जब हम अधिक रेलगाड़ियों का निर्माण करेंगे तो लागत कम होती जाएगी."

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ICF ने पहले की दो ट्रेनों को प्रत्येक को 106 करोड़ रुपये की लागत से शुरू किया था. नई वंदे भारत ट्रेनों (Vandebharat Trains) में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा और इनकी विशेषता यह होगी कि खतरे की स्थिति में सिग्नल पार करने (एसपीएडी) के मामलों को रोकने के लिए ट्रेन ‘कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम’ (टीसीएएस) का उपयोग किया जाएगा.

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ट्रेनों में एक केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली भी होगी, जिससे सभी विद्युत घटकों और जलवायु नियंत्रण की निगरानी एक निर्दिष्ट व्यक्ति द्वारा वास्तविक समय के आधार पर की जाएगी। पुराने संस्करणों की तुलना में नई ट्रेनों को कई सुरक्षा सुविधाओं के साथ उन्नत किया गया है. सुरक्षा उपायों में प्रति कोच चार आपातकालीन खिड़कियां भी शामिल हैं, जबकि पहले यह दो थी.

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अग्रवाल ने कहा, "नई ट्रेनों में यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी. इनमें स्वचालित दरवाजे होंगे, डिब्बों के लिए सेंसर से संचालित दरवाजे, चौड़ी खिड़कियां और सामान रखने के लिए अधिक जगह होगी." ICF प्रतिमाह लगभग 10 ट्रेनों के निर्माण की योजना बना रहा है. रायबरेली में एफ-कपूरथला और मॉडर्न कोच फैक्ट्री भी अगले तीन वर्षों में 400 वंदे भारत ट्रेनों के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इन कोचों का निर्माण शुरू कर देगी.

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