Videocon के मालिक वेणुगोपाल धूत पर बड़ी कार्रवाई, लोन फ्रॉड केस में CBI ने किया गिरफ्तार

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 26, 2022, 12:32 PM IST

Videocon के मालिक वेणुगोपाल धूत गिरफ्तार

ICICI Loan Fraud Case: सीबीआई ने इससे पहले ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को इस मामले में गिरफ्तार किया था.

डीएनए हिंदी: आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) लोन फ्रॉड मामले में वीडियोकॉन के संस्थापक वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) पर बड़ी कार्रवाई हुई है. सीबीआई ने वेणुगोपाल धूत को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने इससे पहले इस मामले में ICICI बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था. आईसीसीआई में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण में कथित अनियमितताएं बरती गई थीं.

आरोप है कि जब चंदा कोचर ने ICICI बैंक की कमान संभाली थी, तब उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन दिया था. बदले में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी नू रिन्यूएबल को Videocon से निवेश मिला था. वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपये का लोन दिया गया था. इसी मामले में पिछले हफ्ते कोचर दंपत्ति की गिरफ्तारी हुई थी. बता दें कि 59 वर्षीय चंदा कोचर ने अक्टूबर 2018 में ICICI बैंक से इस्तीफा दे दिया था. आखिर यह मामला क्या और क्यों मामला दोनों की गिरफ्तारी तक पहुंचा.

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क्या है पूरा मामला?
1 मई 2009 को आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की सीईओ बनने के बाद चंदा कोचर ने अनियमित तरीके से वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत की कंपनियों के लिए लोन मंजूर कराए थे. सीईओ बनने को दो साल बाद 2011 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया. चंदा कोचर ने वीडियोकॉन को करीब 3250 करोड़ रुपये का लोन जारी किया गया था. जबकि धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को उनके बिजनेस में फायदा पहुंचाया था. 

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इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन समूह के साथ जुड़ी चार अन्य कंपनियों को जून, 2009 से अक्टूबर 2011 के बीच 1,875 करोड़ रुपये के 6 लोन को मंजूरी देने में कथित अनियमितताओं का पता चला. CBI का आरोप है कि वीडियोकॉन समूह को दिए इस लोन को एक समिति द्वारा मंजूरी दी गई थी, जिसमें चंदा कोचर भी शामिल थीं. एजेंसी का कहना है कि उन्होंने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और वीडियोकॉन को लोन मंजूर करने के लिए वेणुगोपाल धूत से अपने पति के माध्यम से अवैध/अनुचित लाभ प्राप्त किया.

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