क्या था सीता माता का श्राप, जिसके हट जाने की बात कही है अयोध्या के राजा ने

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Dec 28, 2023, 10:03 PM IST

Ayodhya Ram Mandir का निर्माण कार्य बेहद तेजी पर चल रहा है.

Ayodhya Ram Mandir Updates: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है. राज्य सरकार ने 2-3 साल में शहर का नजारा ही बदल दिया है.

डीएनए हिंदी: Ayodhya News- अयोध्या का नजारा बदल चुका है. प्रभु राम की जन्मभूमि होने के बावजूद अयोध्या पिछड़ी बस्ती सी दिखाई देती थी. अयोध्या की इस बदहाली को माता सीता के इस शहर को दिए श्राप से जोड़कर देखा जाता था, लेकिन अब हालात बदल गए हैं. राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही अयोध्या की भी शक्ल बदल गई है, जो अब किसी भी विकसित शहर को टक्कर दे रही है. शहर की इस बदली शक्ल को देखकर 'अयोध्या के राजा' बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा का कहना है कि लगता है माता सीता ने अपना श्राप वापस ले लिया है. 

पहले जान लीजिए क्या था अयोध्या को मां सीता का श्राप

अयोध्या में मान्यता है कि लंका से लौटने के बाद धोबी की बात सुनकर श्रीराम ने माता सीता को त्याग दिया था. उन्होंने माता सीता को वन में छोड़ने की जिम्मेदारी लक्ष्मण को दी थी. वन में पहुंचने पर माता सीता को जब पूरी बात मालूम हुई तो उन्होंने श्राप दिया था कि अयोध्या हमेशा उदास रहेगी. माना जाता है कि हर साल लाखों श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने के बाद भी कभी इस शहर में तरक्की की बयार इसी श्राप के कारण नहीं बही.

अब जान लीजिए कौन हैं बिमलेंद्र मोहन

बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा अयोध्या के राजपरिवार के सदस्य हैं, जिन्हें 19वीं सदी में अयोध्या रियासत के राजा दर्शन सिंह का वंशज माना जाता है. शहर में राजा साहेब कहलाने वाले बिमलेंद्र मोहन और उनका परिवार राम जन्मभूमि आंदोलन की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़ा हुआ है. वह भूमि विवाद के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के भी सदस्य हैं.

100 से ज्यादा फाइव स्टार होटलों के आवेदन

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, बिमलेंद्र मोहन ने कहा कि अयोध्या में कभी ढंग के होटल नहीं होते थे. छुट्टियों के दिन, मंगलवार को या किसी त्योहार पर शहर में पैर रखने की जगह नहीं होती थी, लेकिन लोगों को रहने के लिए ढंग की जगह नहीं मिलती थी. अब यहां फाइव स्टार खोलने के 100 से ज्यादा आवेदन मिलने की बात जिलाधिकारी ने खुद मुझे बताई है. ऐसा लगता है कि माता सीता ने अपना श्राप वापस ले लिया है.

स्मार्ट सिटी बन रही है अब अयोध्या

अयोध्या में चौतरफा विकास हो रहा है. इसे स्मार्ट सिटी के तौर पर तैयार किया जा रहा है. शहर की सड़कें चौड़ी हो रही हैं. नालियां, सीवर, अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछ रही है. बिल्डिंग्स का सौंदर्यीकरण हो रहा है. इंटरनेशनल एयरपोर्ट, हाइटेक बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं. अयोध्या के राजा ने कहा, मेरा मानना है कि 5 साल बाद लोग यहां महज दर्शन के लिए नहीं बल्कि शहर भी देखने आएंगे. अयोध्या देश की सबसे बेहतरीन पवित्र नगरी बन जाएगी. 

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