Nitin Gadkari ने बताया, टेंडर कैंसल होने पर बोले थे धीरूभाई अंबानी- 'सरकार की क्या औकात है...'

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 27, 2022, 08:54 AM IST

नितिन गडकरी ने सुनाया मजेदार किस्सा

नितिन गडकरी ने बताया कि टेंडर कैंसल होने से धीरूभाई अंबानी तिलमिला गए और बोले कि सरकार के बस की बात नहीं है कि वह सड़क बना सके.

डीएनए हिंदी: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मशहूर कारोबारी रहे धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) से जुड़ा एक रोचक किस्सा शेयर किया है. गडकरी ने एक मंगलवार को एक इवेंट के दौरान बताया कि जब उन्होंने धीरूभाई अंबानी का एक टेंडर रद्द कर दिया, तो वह बुरी तरह नाराज हो गए. गडकरी के मुताबिक, उस वक्त धीरूभाई अंबानी ने कहा कि सरकार की क्या औकात है?

यह वाकया उन दिनों का है, जब साल 1995 में नितिन गडकरी महाराष्ट्र की सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री हुआ करते थे. नितिन गडकरी ने बताया कि उन्हें मुंबई-पुणे हाइवे (Mumbai-Pune Highway) के लिए धीरूभाई अंबानी के टेंडर को रद्द कर दिया था. गडकरी ने कहा, 'इसके बाद धीरूभाई एकदम गुस्से में मुझसे बोले कि सरकार की क्या औकात है? आप क्या रोड बनाओगे? बाद में जब उन्होंने रोड का काम देखा, तो वह बहुत खुश हुए और मुझसे बोले कि आप जीते, मैं हारा.'

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कम पैसों में प्रोजेक्ट पूरा करवाना चाहते थे नितिन गडकरी

नितिन गडकरी इस इवेंट में सड़क निर्माण और पीडब्ल्यूडी के बारे में बात कर रहे थे. उन्होंने बताया कि उस समय पैसे की कमी थी इसी वजह से धीरूभाई का कहना था कि सरकार के लिए रोड बनाना संभव नहीं है और ये बहुत बड़ा काम है. दरअसल, धीरूभाई अंबानी ने टेंडर की बोली 3600 करोड़ रुपये लगाई थी और नितिन गडकरी चाहते थे कि 2000 करोड़ में टेंडर दिया जाए. नितिन गडकरी ने बताया कि बाद में उनकी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को सिर्फ़ 1600 करोड़ रुपये में इस प्रोजेक्ट को पूरा किया और सरकार के पैसे बचाए. 

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आपको बताते चलें कि नितिन गडकरी सड़क परिवहन मंत्री हैं और सड़क निर्माण और नए प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं. अक्सर वह मजेदार किस्से सुनाते हैं और अपने सोशल मीडिया चैनल पर भी अच्छे-अच्छे वीडियो शेयर करते रहते हैं. 

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