डीएनए हिंदी: WHO ने 5 से 11 साल के बच्चों को COVID-19 के खतरों से बचाने के लिए बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत बच्चों को फाइजर वैक्सीन देने की सिफारिश की गई है. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस उम्र के बच्चों को टीके की हल्की खुराक देने के लिए कहा गया है.
बच्चों पर इस वैक्सीन के असर के बारे में जानने के लिए WHO ने एक मीटिंग भी रखी थी. स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी ग्रुप ऑफ एक्सपर्ट्स ऑन इम्यूनाइजेशन की मीटिंग के बाद WHO ने इस वैक्सीन की सिफारिश का फैसला किया.
छोटे बच्चों के लिए फाइजर के टीके की 10 माइक्रोग्राम की डोज देने की सलाह दी गई है. अडल्ट्स को इस वैक्सीन की 30 माइक्रोग्राम की डोज दी जाती है. 12 साल और उससे ऊपर के बच्चों को 30 माइक्रोग्राम की डोज ही दी जा रही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि वैश्विक स्तर पर टीके की सप्लाई में सुधार हो रहा है. हम अब फाइजर-बायोएनटेक टीके की बूस्टर खुराक की सिफारिश कर रहे हैं.
कनाडा में भी बच्चों के लिए फाइजर की डोज शुरू हो चुकी है. इसके लिए खास गाइड लाइन जारी की गई हैं.
1- 5-11 साल के बच्चों को फाइजर वैक्सीन की दो डोज लगाई जाएंगी.
2- बच्चों को दी जाने वाली वैक्सीन की दोनों डोज के बीच 8 हफ्ते का अंतर रहेगा.
3 - अगर किसी बच्चे को पहले कोरोना हो चुका है तो उसे डोज तभी दी जाएगी जब मौजूदा मानकों के आधार पर उसे संक्रमित नहीं माना जाएगा.
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