डीएनए हिंदी: Noida News- उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके में करीब 100 करोड़ रुपये के एक बंगले पर छापा मारने के बाद उसे सील कर दया है. यह बंगला काजल झा के नाम पर है. पुलिस ने यह कदम दिल्ली-NCR के चर्चित स्क्रैप माफिया व गैंगस्टर रवि काना (Who is Ravi Kana) के खिलाफ कार्रवाई के तहत उठाया है, जिसके नाम पर दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं. नोएडा पुलिस का मानना है कि काजल झा को दक्षिणी दिल्ली में यह बंगला रवि काना ने ही खरीदकर गिफ्ट किया था. नोएडा पुलिस की इस कार्रवाई के बाद काजल झा अचानक बेहद चर्चा में आ गई है.
क्यों दिया है काजल झा को रवि काना ने इतना महंगा तोहफा
काजल झा रवि काना की गर्लफ्रेंड है. काजल नौकरी की तलाश में रवि काना के पास पहुंची थी, लेकिन वह गैंगस्टर को इतना भा गई कि उसने उसे अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया और गैंग में शामिल कर लिया. इस समय रवि काना गैंग में काजल झा सबसे प्रमुख मेंबर है. वह रवि काना की सभी बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज संभालती है और उनसे होने वाली किराये आदि की कमाई का हिसाब-किताब रखती है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक बंगले पर बुधवार को छापा मारा था. उस समय काजल झा भी वहीं मौजूद थी, लेकिन पुलिस के अंदर घुसने से पहले ही काजल और उसके साथी बंगले से फरार होने में सफल हो गए थे. पुलिस ने बाद में यह बंगला सील कर दिया था. नोएडा पुलिस का दावा है कि करीब 100 करोड़ रुपये कीमत का यह तीन मंजिला बंगला रवि काना ने काजल झा को तोहफे में दिया है.
अब जान लीजिए कौन है रवि
पुलिस फाइलों के मुताबिक, रवि काना का नाम दिल्ली-NCR रीजन की पुलिस फाइलों में स्क्रैप मैटल माफिया और गैंगस्टर के तौर पर दर्ज है. उसका असली नाम रविंद्र नागर है. Noida Police के मुताबिक, रवि काना के गिरोह में 16 मेंबर हैं, जो सरिया और स्क्रैप मैटल की अवैध तरीके से खरीद-बेच करते हैं. इस धंधे पर रवि काना गिरोह का एकछत्र राज है, जिससे यह अरबों रुपये कमा चुका है. नोएडा पुलिस ने रवि काना के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. इस अभियान के तहत उसकी और उसके गैंग मेंबर्स की 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति अब तक सील की जा चुकी है. इसी अभियान के तहत न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक बंगले पर भी छापा मारकर उसे सील किया है.
भाई की मौत के बाद गैंगस्टर बना था काना
पुलिस के मुताबिक, रवि काना का भाई हरेंद्र प्रधान भी ग्रेटर नोएडा के चर्चित गैंगस्टर्स में से एक था. हरेंद्र की साल 2014 में विरोधी गैंग ने हत्या कर दी थी. इसके बाद रवि काना ने उसका गैंग संभाल लिया था. उस समय भी काना स्क्रैप का धंधा कर रहा था, लेकिन पुलिस की नजरों में नहीं चढ़ा था. काना को उसके भाई के हत्यारों से मिल रही धमकियों के चलते पुलिस प्रोटेक्शन भी मिला था. शादी-ब्याह में चार-पांच पुलिसवालों के सुरक्षा घेरे में घिरे काना के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए हैं.
11 मुकदमे दर्ज हैं रवि काना के खिलाफ
पुलिस के मुताबिक, रवि काना ने गैंग संभालने के बाद अवैध तरीके से स्क्रैप मैटीरियल की खरीद-बेच करके अरबों रुपये कमाए हैं. साथ ही उसने रंगदारी और अपहरण का धंधा भी शुरू कर दिया है. ग्रेटर नोएडा के सीनियर पुलिस अफसर साद मियां खान के हवाले से NDTV की रिपोर्ट में कहा गया है कि रवि काना और उसके साथियों के खिलाफ अपहरण, चोरी, रंगदारी आदि के 11 मुकदमे दर्ज हैं. हालांकि उनके कारनामों की सूची इससे कहीं ज्यादा लंबी है. उसके छह साथी अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. रवि काना और उसकी गर्लफ्रेंड की भी तलाश जारी है.
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