India Us Relations: कौन है निखिल गुप्ता, जिसे लेकर भारत-अमेरिका के बीच हो रही तनातनी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 01, 2023, 05:21 PM IST

India Us Relations

Who Is Nikhil Gupta: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नूं अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में रहता है और वहां की नागरिकता हासिल कर चुका है. अमेरिका का आरोप है उसकी हत्या की साजिश एक भारतीय अधिकारी ने रची थी.

डीएनए हिंदी: India Us Relations Updates- भारत-अमेरिका की दोस्ती के रिश्ते में इस समय खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के मर्डर की साजिश का मामला 'खट्टी चटनी' जैसा बन रहा है. दोनों देश भले ही इसे लेकर ज्यादा कुछ नहीं कह रहे हैं, लेकिन अमेरिकी प्रशासन की तरफ से उठाए जा रहे कदमों के कारण आपस में तनाव का माहौल बनता दिख रहा है. इस तनाव को अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट की तरफ से न्यूयॉर्क की जिला अदालत में दाखिल चार्जशीट ने और ज्यादा बढ़ा दिया है. इस चार्जशीट में यह साजिश एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के दिमाग की उपज बताई गई है, जिसका नाम नहीं खोला गया है. इस साजिश को अंजाम देने वाले एक और भारतीय नागरिक का जिक्र चार्जशीट में है, जिसका नाम 'निखिल गुप्ता' बताया गया है. अमेरिका का आरोप है कि निखिल गुप्ता ने ही हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए किराये के हत्यारे जुटाने की जिम्मेदारी ली थी. निखिल गुप्ता को अमेरिका के आग्रह पर चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया जा चुका है. 

आपको बताते हैं कौन है निखिल गुप्ता

निखिल गुप्ता के बारे में अमेरिकी अदालत में दाखिल चार्जशीट में बताया गया है कि उसने जिसे शार्प शूटर समझकर पन्नूं की हत्या के लिए बात की थी, वो असल में अंडरकवर यूएस फेडरल एजेंट था. अमेरिका उसे चेक रिपब्लिक से प्रत्यर्पित कर अपने यहां लाने जा रहा है. न्यूयॉर्क लाने के बाद उस पर मुकदमा चला जाएगा, जिसमें 52 वर्षीय निखिल गुप्ता को 20 साल तक जेल में रहना पड़ सकता है. अब आपको बताते हैं कि निखिल गुप्ता असल में कौन है-

  • निखिल गुप्ता 52 साल का एक भारतीय नागरिक है, जो अमेरिका में ही रहता है.
  • निखिल गुप्ता असल में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी से जुड़ा हुआ है. 
  • अमेरिकी चार्जशीट के हिसाब से निखिल के खिलाफ भारत में तस्करी से जुड़े मामले लंबित हैं.
  • इन केस से निखिल को बचाने का लालच देकर ही कथित भारतीय एजेंट ने उसे पन्नूं की हत्या कराने को तैयार किया था.
  • निखिल गुप्ता ने पन्नूं की हत्या के लिए शार्प शूटर तलाशने में अपने हथियार तस्करी के नेटवर्क का यूज किया था.
  • निखिल का शूटर तलाशना ही पन्नूं की जान बचा गया, क्योंकि उसके संपर्क में आया शूटर असल में यूएस एजेंट था.
  • निखिल से ही पन्नूं की हत्या की साजिश अमेरिकी प्रशासन तक पहुंच गई और उसकी जान बच गई.

भारत में भी शुरू हो चुकी है इसे लेकर जांच

अमेरिका की तरफ से इस पूरे मामले की जानकारी भारत को भी दी जा चुकी है. इसके बाद भारत ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि इसे लेकर एक हाईलेवल जांच कमेटी बनाई गई है. भारत ने अमेरिकी धरती पर एक भारतीय अधिकारी द्वारा हत्या की साजिश रचने के आरोपों को चिंता की बात बताया है. 

राष्ट्रपति बाइडेन ने CIA चीफ को भेजा था दिल्ली

Reuters ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी धरती पर अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश की जानकारी यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी दी गई थी. इसके बाद बाइडेन ने CIA चीफ विलियम बर्न्स (CIA director William Burns) को नई दिल्ली भेजा था. बर्न्स अगस्त की शुरुआत में दिल्ली आए थे और यहां उन्होंने भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) के चीफ रवि सिन्हा से मुलाकात की थी. उन्होंने रवि सिन्हा से कहा था कि भारत को इस पूरी साजिश की जांच करनी चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देनी चाहिए. साथ ही उन्होंने भारत की तरफ से अमेरिका को यह आश्वासन भी देने के लिए कहा था कि आगे से इस तरह का कोई काम नहीं किया जाएगा. 

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