शाहनवाज हुसैन की हार्ट अटैक के बाद सर्जरी, वाजपेयी ने फिल्मी हीरो बनने से रोककर बनाया था केंद्रीय मंत्री

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 26, 2023, 08:02 PM IST

Shahnawaz Hussain (File Photo)

Shahnawaz Hussain Heart Attack: बिहार के प्रमुख भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन को अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री बनने पर केंद्रीय मंत्री बनाया था. तब वे सबसे कम उम्र के केंद्रीय मंत्री बने थे.

डीएनए हिंदी: Bihar News- बिहार भाजपा के अहम नेता और पार्टी का प्रमुख मुस्लिम चेहरा कहलाने वाले शाहनवाज हुसैन को दिल का दौरा पड़ा है. हुसैन को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री की एंजियोग्राफी करने के बाद उनके स्टेन लगाकर खून के ब्लॉकेज को हटाया गया है. फिलहाल वे आईसीयू में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. अस्पताल प्रबंधन ने भी शाहनवाज हुसैन की एंजियोप्लास्टी किए जाने की पुष्टि की है. हालत सुधरने के बाद उन्हें ICU से प्राइवेज वार्ड में ट्रांसफर किया जाएगा, जहां अगले कई दिन तक वे डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे. हुसैन हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होने पर जांच के लिए अस्पताल गए थे, जहां जांच में उन्हें हार्ट अटैक आने की जानकारी मिली. इसके बाद तत्काल उन्हें भर्ती कर लिया गया और एंजियोग्राफी की गई. एंजियोग्राफी में ब्लड ब्लॉकेज मिलने पर ऑपरेशन कर स्टेन लगा दिया गया.

केंद्र से राज्य तक मंत्री रह चुके हैं शाहनवाज
बिहार के सुपौल जिले में 12 दिसंबर, 1968 को जन्मे शाहनवाज हुसैन (54) को भाजपा का खास मुस्लिम चेहरा कहा जाता है. इस समय शाहनवाज हुसैन बिहार विधानपरिषद के सदस्य हैं. इससे पहले वे बिहार की किशनगंज और भागलपुर लोकसभा सीटों से सांसद रह चुके हैं. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली बिहार की जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार में भी शाहनवाज हुसैन मंत्री रहे हैं. इससे पहले वे केंद्र में 5 अलग-अलग मंत्रालयों के केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. साल 2014 में मोदी लहर के बावजूद भागलपुर से लोकसभा चुनाव हारने के बाद शाहनवाज हुसैन संगठन में भेज दिए गए थे. तब से वे भाजपा प्रवक्ता की भूमिका में पहले केंद्र में रहे और अब बिहार में सक्रिय हैं. उन्हें 2019 में भाजपा ने लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था. 

भाषण देकर जीता था वाजपेयी का दिल, बने थे सबसे कम उम्र के मंत्री

अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को शाहनवाज हुसैन का कायल माना जाता था. कहा जाता है कि 1997 में एक कार्यक्रम में वाजपेयी ने शाहनवाज का भाषण सुना था और तभी से उन्हें पसंद करने लगे थे. उन्होंने ही शाहनवाज को यह कहकर टिकट दिया था कि संसद में बोलेगा तो यह सबकी छुट्टी कर देगा. 1999 में वाजपेयी ने प्रधानमंत्री बनने पर शाहनवाज को राज्य मंत्री बनाया था. इसके बाद उन्हें 2001 में कैबिनेट मिनिस्टर बनाया गया. शाहनवाज ने सबसे कम उम्र के केंद्रीय मंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया था, जो अब तक कायम है. वाजपेयी सरकार में उन्होंने केंद्रीय मंत्री के तौर पर 5 अलग-अलग विभागों में काम किया था. साल 2004 में शाहनवाज लोकसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन 2006 में उपचुनाव में फिर से उन्हें जीत मिली थी. साल 2014 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद से वे भाजपा में हाशिये पर हैं, लेकिन प्रमुख मुस्लिम चेहरा बने रहे हैं.

वाजपेयी ने नहीं बनने दिया था बॉलीवुड हीरो

शाहनवाज के बारे में एक किस्सा मशहूर है कि जब वे केंद्रीय मंत्री थे, तो मुंबई के कुछ फिल्म निर्माताओं ने उन्हें हीरो बनने का ऑफर दिया. लोकसभा टीवी चैनल को शाहनवाज ने खुद इस किस्से के बारे में बताया था. उन्होंने कहा कि निर्माताओं के आने पर मैंने वाजपेयी जी को बताया. मेरा भी मन फिल्मों में काम करने का था. वाजपेयी जी ने मेरी बात सुनकर मुझे ऊपर से नीचे तक देखा. फिर बोले- आप राजनेता ही ठीक हो, ये फिल्म-विल्म छोड़ दो. शाहनवाज हुसैन ने कहा, इसके बाद मैंने अपना मन बदल दिया.

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