डीएनए हिंदी: Fraud PMO Officer Case- प्रधानमंत्री कार्यालय का विशेष सचिव बताने वाले किरणभाई पटेल की जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तारी अब राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला पहले ही इसे लेकर सवाल उठा चुके हैं. उधर, शुक्रवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी किरण पटेल के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को घेरने की कोशिश की. तेजस्वी ने किरण को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए उसके अमित शाह के साथ लिंक होने का आरोप लगाया है. इसके बाद फिर से यह सवाल उठने लगा है कि किरणभाई पटेल कौन है.
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पहले जान लीजिए पूरा मामला
किरणभाई पटेल को पुलिस ने 3 मार्च को गिरफ्तार किया था. पटेल पिछले चार महीने से खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में तैनात विशेष सचिव बताकर जम्मू-कश्मीर में रह रहा था. वहां उसने इस केंद्र शासित प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठकें भी की और उसे जेड+ सिक्योरिटी भी दी गई थी. इस दौरान उसने पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा (LOC) का भी कई जगह पर दौरा किया था, जो बेहद संवेदनशील है. पटेल को पुलिस रिमांड पर सौंपा गया था, जो शुक्रवार को पूरा हो गया है.
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तेजस्वी यादव ने लगाए हैं ये आरोप
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पटना में मीडिया के सामने कुछ तस्वीरें पेश कीं. उन्होंने कहा कि इन तस्वीरों में किरण भाई पटेल गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा, यह भाजपा का सदस्य है. सुरक्षा एजेंसियां ऐसा गंभीर मामला छोड़कर विपक्ष के नेताओं के पीछे पड़ी हैं. तेजस्वी ने सवाल उठाया कि गुजरात का व्यक्ति पीएमओ का स्पेशल सेक्रेट्री बनकर कैसे 4 महीने तक जम्मू-कश्मीर में रहा है. सेना की आखिरी चौकी तक पहुंचकर सारी संवेदनशील जानकारियां लेता है. इस पर देश की सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को गौर करना चाहिए. उन्होंने इसे देश की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक बताया है.
अब जानिए कौन हैं किरणभाई पटेल
किरणभाई पटेल गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला है. उसका कहना है कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर है, जो स्पेशल सेक्रेट्री के बराबर का पद है. पुलिस के मुताबिक, किरण भाई पटेल के पास 10 फर्जी विजिटिंग कार्ड और दो मोबाइल फोन मिले हैं. उसे सीआईडी विंग को 2 मार्च को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर एसएसपी श्रीनगर ने पकड़ने के आदेश दिए थे. श्रीनगर के एसपी (ईस्ट) के नेतृत्व वाली टीम ने किरण भाई पटेल को 3 मार्च को गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ IPC की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. किरण भाई पटेल पर फर्जी पदनाम और दस्तावेजों के जरिए जेड+ सिक्योरिटी लेकर उन स्थानों पर जाने का आरोप है, जहां सामान्य आदमी के जाने पर रोक है. साथ ही उस पर खुद को पीएमओ अफसर बताकर जम्मू-कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठकें करने का भी आरोप है.
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परिवार ने बताया है गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश
किरण पटेल के परिवार ने उसकी गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया है. किरण के वकील रेहान गौहर के मुताबिक, परिवार का कहना है कि किरण को कश्मीर भेजने के लिए सरकार ने बाकायदा दस्तावेज जारी किए थे. उसकी गिरफ्तारी के दौरान साथ में एक और शख्स भी था, जिसे पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया और किरण को गिरफ्तार कर लिया.
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