डीएनए हिंदी: कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Covid-19 Omicron Variant) को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. भारत में भी लगातार ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कहा जा रहा है कि कोविड का ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनिया में करीब 100 साल पहले आई स्पेनिश फ्लू (Spanish Flu) महामारी से मिलता जुलता है.
1918 में स्पेनिश फ्लू ने मचाया था कहर
Spanish Flu साल 1918 में फैलना शुरू हुआ था और इसकी वजह से अगले दो सालों में दुनिया की करीब 35 फीसदी आबादी संक्रमित हुई थी. तब इस संक्रमण की वजह से दुनिया की आबादी में से 1 से 6 फीसदी के बीच लोगों की मौत का अनुमान है.
आउटलुक डॉट कॉम की खबर के अनुसार, भारत में Spanish Flu संक्रमण बॉम्बे (अब Mumbai) से फैलना शुरू हुआ था और इसकी वजह से अगले दो साल में कम से कम 2 करोड़ लोगों ने जान गंवाई थी.
बात अगर अपने देश भारत की करें तो कुछ असमानताओं के अलावा, Spanish Flu और Covid-19 में बहुत कुछ समान है. इन समानताओं के आधार पर ही एक्सपर्ट्स अनुमान लगा रहे हैं कि कोविड के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के आने के साथ ही यह महामारी अब खत्म होने के कगार पर पहुंच जाएगी.
एक जैसा है स्पेनिश फ्लू और कोविड-19 का पैटर्न?
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोनावायरस और स्पेनिश फ्लू की वजह से आईं पहली दो लहरों ने करीब-करीब संक्रमण का एक जैसे पैटर्न दिखाया. इन दोनों ही पहली लहर हल्की थी लेकिन लहर बहुत घातक थी.
दो लहरों के बाद स्पेनिश फ्लू का वायरस mutate हुआ और इतना हल्का हो गया कि जो लोग संक्रमित थे, उनमें केवल सामान्य सर्दी जैसे लक्षण दिखाई दिए. इसलिए, तीसरी लहर दूसरी लहर की तुलना में हल्की थी और इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. उसके बाद भारत में कोई चौथी लहर आई.
क्या कहते हैं Medical Experts?
चिकित्सा विशेषज्ञों (Medical Experts) का कहना है कि वर्तमान में उपलब्ध साक्ष्य यह दिखाते हैं कि ओमिक्रॉन एक ऐसा वेरिएंट हो सकता है जो इस महामारी को समाप्त कर दे.
AIIMS में प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने आउटलुक को कहा कि वायरस म्यूटेट होकर अपना विषाणु खो देता है क्योंकि यदि यह घातक बना रहता है, तो यह संक्रमित व्यक्ति के साथ ही मर जाएगा. इसलिए यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और हमने लगभग सभी वायरसों के विकास में इन घटनाओं को देखा है, चाहे वह स्पेनिश फ्लू, स्वाइन फ्लू और एच1एन1 हो.
उन्होंने आगे कहा, "वर्तमान में सामने आ रहे डेटा और वैश्विक साक्ष्य के साथ, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि Omicron बहुत हल्के लक्षण पैदा करेगा और प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत करने में मदद करेगा."