डीएनए हिंदी: बच्चों को अक्सर आपने बस या कार में विंडो सीट के लिए जिद करते देखा होगा, मगर एक इंटरनेशनल फ्लाइट के यात्रियों को भी ऐसा ही करने पर मजबूर होना पड़ा. यह घटना दिल्ली एयरपोर्ट से इस्तांबुल गई एक इंटरनेशनल फ्लाइट की है. यहां एयरलाइंस का सर्वर फेल होने के कारण यात्रियों को मैन्युअली बोर्डिंग पास जारी किए गए थे. समस्या खड़ी इसलिए हुई क्योंकि बोर्डिंग पास पर उन्हें सीट नंबर नहीं दिया गया.
बिना सीट नंबर जारी हुए बोर्डिंग पास
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बोर्डिंग पास देने के बाद भी यात्रियों से कहा गया कि फ्लाइट में वे जहां भी सीट खाली देखें, अपनी मर्जी से वहां बैठ जाएं. इसके बाद फ्लाइट के अंदर विंडो सीट को लेकर कुछ यात्रियों के बीच जमकर बहस भी हुई. यह मामला टर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट नंबर टीके-0717 में सामने आया था.यह फ्लाइट आईजीआई एयरपोर्ट के टी-3 से 29 मार्च को तुर्की के शहर इस्तांबुल के लिए टेकऑफ हुई थी.
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सर्वर हो गया था फेल
कोविड के कारण दो साल बाद टी-3 से एयरलाइंस की यह पहली फ्लाइट थी. पहली फ्लाइट में ही एयरलाइंस का सर्वर फेल हो गया,इस वजह से मैन्युअली बोर्डिंग पास जारी कर दिए गए. सब अपनी मनमर्जी से बैठ गए. उन्होंने बताया कि कुछ ऐसे यात्री आए जिनके पास सीट नंबर वाले बोर्डिंग पास थे. ऐसे में वहां अपनी सीट को लेकर यात्रियों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. एयर होस्टेस ने किसी तरह मामले को सुलझाया.
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