यौन उत्पीड़न पर चुप्पी, पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे, क्या 2024 की तैयारी में जुट गए बृजभूषण शरण सिंह?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 11, 2023, 05:38 PM IST

बृजभूषण शरण सिंह

बृजभूषण शरण सिंह ने साफ कर दिया है कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों में उतर रहे हैं. अब उन्होंने एक बार फिर पीएम मोदी की तारीफ की है.

डीएनए हिंदी: बृजभूषण शरण सिंह की कानूनी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनावों में उतरने के लिए ठान ली है. कैसरगंज लोकसभा सीट से एक बार फिर वह चुनाव लड़ने को तैयार हैं. उन्होंने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं.

खुद बुरी तरह यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे बृजभूषण सिंह ने कहा है कि अगर 1971 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री रहे होते तो पाकिस्तान द्वारा 1947 में और चीन द्वारा 1962 में हड़पी गई भूमि मुक्त करा ली गई होती. उन्होंने केंद्र में मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के मौके पर यहां बालपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. हालांकि उन्होंने अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कोई बात नहीं की. 

बृजभूषण शरण सिंह को आई 1962 की याद 

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, '1947 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब इस देश का बंटवारा हुआ जिसका घाव अभी तक भरा नहीं है. जब कांग्रेस सत्ता में थी, पाकिस्तान द्वारा आक्रमण कर 78,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली गई. वर्ष 1962 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, चीन ने हम पर हमला किया और 33,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली.'

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मोदी होते तो छीन लेते कब्जाई जमीन

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, '1971 में एक अप्रत्याशित घटना में 92,000 पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना द्वारा बंधक बना लिया गया, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराना हिसाब निपटाए बगैर उन्हें छोड़ दिया. यदि मोदी जैसा प्रधानमंत्री होता तो कब्जा की गई जमीन मुक्त करा ली गई होती.'

कांग्रेस पर लगाया नरसंहार का आरोप

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि साल 1975 में देश में आपातकाल लगाने को लेकर कांग्रेस पर प्रहार किया और यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस ने 1984 में सिख विरोधी दंगों में सिखों का नरसंहार कराया. 

पहलवानों के निशाने पर हैं बृजभूषण शरण सिंह

शनिवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने आरोप लगाया कि सिंह यौन शोषण पीड़ितों पर दबाव बनाने के लिए अपने प्रभाव का उपयोग कर रहे हैं और उन पर अपने बयान बदलने का दबाव डाल रहे हैं. उन्होंने सिंह के खिलाफ 15 जून तक कोई निर्णायक कदम नहीं उठाए जाने पर अपना आंदोलन दोबारा शुरू करने की धमकी दी. केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा दिए गए आश्वासन के मुताबिक, इस मामले में 200 से अधिक लोगों का बयान ले चुकी दिल्ली पुलिस 15 जून तक आरोप पत्र दाखिल करेगी. 

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2024 में सत्ता वापसी की उम्मीद

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, '1984 के बाद अल्पमत की सरकारों के गठन के साथ यह चर्चा थी कि भारत में पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं बनेगी, लेकिन, 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी और 2019 में फिर से मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी जो 2024 में फिर सत्ता में आएगी.'

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'आज अयोध्या और काशी में केवल मंदिरों का निर्माण नहीं हो रहा, बल्कि सड़कों, मेडिकल कालेजों और विश्वविद्यालयों का भी निर्माण किया जा रहा है.'

बृजभूषण शरण सिंह की सांसदी पर खतरा

2 जून को अयोध्या के जिला प्रशासन ने यौन शोषण मामले में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को पांच जून को रैली का आयोजन करने की अनुमति देने से मना कर दिया था. हालांकि उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ पहलवानों के आरोपों की चल रही जांच की वजह से राम कथा पार्क में होने वाली जन चेतना महारैली कुछ दिनों के लिए टाल दी गई.

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क्यों पीएम की तारीफ में पढ़ रहे कसीदे?

बृजभूषण शरण सिंह पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं. उन पर गंभीर आरोप हैं, ऐसे में हो सकता है कि बीजेपी उन्हें टिकट देने से परहेज करे. बृजभूषण सिंह अपनी तरफ से यह साबित करना चाहते हैं कि वह पार्टी के वफादार नेता हैं और अपने इलाके में मजबूत पकड़ रखते हैं. वह पीएम मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. (इनपुट: भाषा)

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