डीएनए हिन्दी: आतंकी संगठन अल-कायदा (Al Qaeda) धीरे-धीरे भारत में अपना आधार बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. अल-कायदा की मैगजीन बंग्ला भाषा में पब्लिश हो रही है. इसका मकसद असम रह रहे बांग्लाभाषी लोगों को जिहाद के लिए प्रेरित करना है.
असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंता (Bhaskar Jyoti Mahanta) ने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वाली इस प्रक्रिया पर चिंता जताई है. ध्यान रहे कि भारत के पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में बांग्ला भाषा ही बोली जाती है. साथ ही असम के ज्यादातर मुस्लिम समुदाय बांग्लाभाषी है. खासकर बांग्लादेश से सटे लोअर असम और बराक वैली में लोग बांग्ला में ही बात करते हैं.
यही नहीं असम के डीजीपी ने कई चिंताजनक बातें बताईं. उन्होंने कहा कि अल-कायदा भारत में जिहाद को बढ़ावा देना चाहता है. अल-कायदा सुप्रीमो अल जवाहिरी ने एक वीडियो जारी कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकियों को असम जाने को भी कहा है.
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पुलिस और खुफिया एजेंसियां अल जवाहिरी की इस अपील को गंभीरता से ले रही हैं. उन्होंने स्थानीय स्तर पर अल-कायदा के स्लीपर सेल की पहचान का काम भी शुरू कर दिया है. लोगों से अल-कायद के बहकावे में नहीं आने की अपील भी की गई है.
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