डीएनए हिंदी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर विधानसभा के भीतर गुस्सा आया है. मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों ने जब सारण जिले में जहरीली शराब से हुई 9 मौतों को लेकर सवाल उठाया तो नीतीश कुमार भड़क गए. शराबबंदी के बाद भी अवैध शराब के चलन को लेकर नीतीश सरकार हमेशा से सवालों के घेरे में रही है. एक बार उन्हें घेरने का मौका बीजेपी को मिल गया है.
बिहार विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के विधायक नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ हंगामा कर रहे थे. सारण जिले में हुई मौत को विपक्ष मुद्दा बना रहा है. विधायकों के जवाब सुनकर नीतीश कुमार भड़क गए और उन्होंने बीजेपी विधायकों पर अपनी खीझ उतारी.
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नीतीश कुमार का विपक्ष पर फूटा गुस्सा
नीतीश कुमार विधानसभा में चर्चा के दौरान भड़क गए और कहा, 'तुम ही लोग शराब हो और शराब बिकवा रहे हो. तुम लोग शराबी हो. अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.' इसके बाद नीतीश कुमार वहां से उठकर चले गए. बीजेपी विधायकों ने वेल में उतरकर मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारे लगाए.
सारण जहरीली शराब कांड को लेकर बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया और मौतों के लिए पुलिस, नीतीश सरकार और शराब व्यापारियों के बीच सांठगांठ को जिम्मेदार ठहाराया है.
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पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, 'हमने हमेशा शराब पर प्रतिबंध का समर्थन किया है. जब हम विपक्ष में थे तब इसे लागू किया गया था. शराबबंदी का क्रियान्यवन पूरी तरह से विफल रहा है.'
एक साल 170 मौत, सवालों के घेरे में नीतीश कुमार की शराबबंदी योजना
नीतीश कुमार ने बिहार में साल 2016 में शराबबंदी लागू की थी. नीतीश सरकार ने शराब की बिक्री और सेवन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में जहरीली शराब से जनवरी से लेकर नवंबर तक के बीच में करीब 170 लोग जवान गंवा चुके हैं. नीतीश कुमार की शराबबंदी योजना इसी वजह से सवालों के घेरे में हमेशा से रही है.
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