डीएनए हिन्दी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) के बीच की दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह के समर्थकों को एक एक कर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. यहां तक कि आरसीपी सिंह को राज्यसभा का टिकट तक नहीं दिया गया. पटना में उनका बंगला भी खारी कर दिया गया.
दोनों के बीच की बढ़ती कड़वाहट का एक नमूना रविवार को देखने को मिला. किसी व्यक्तिगत कार्यक्रम में भाग लेने आरसीपी सिंह बिहार के जमुई गए थे. उन्हें कुछ पत्रकारों ने घरे लिया. इसी बीच एक पत्रकार ने कहा कि आप नीतीश कुमार के हनुमान कहे जाते हैं. यह सुनते ही केंद्रीय मंत्री उखड़ गए. उन्होंने कहा कि मैं किसी का हनुमान नहीं हूं, मेरा नाम ही रामचंद्र है, आप इसे सुधार लीजिए.
पत्रकार इसके बाद कई तरह के सवाल उनसे पूछने लगे. इस पर आरसीपी सिंह ने कहा कि आप मुझसे जिस तरह के सवाल पूछ रहे हैं, यह उससे पूछिए जिसने भी इस तरह के सवाल पूछने के लिए आपको भेजा है. आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े किसी भी तरह के सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया.
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गौरतलब है कि आरसीपी सिंह जेडीयू कोटे से इकलौते मंत्री हैं. इस बार उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया है. अब उन्हें 6 महीने भीतर किसी न किसी सदन का सदस्य बनना होगा, जिसकी संभावना न के बराबर दिख रही है. ऐसे में जेडीयू के इकलौते मंत्री को इस्तीफा देना पड़ सकता है. अब यह देखना होगा कि आरसीपी सिंह की जगह कौन जेडीयू कोटे से केंद्र में मंत्री बनता है.
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