डीएनए हिन्दी: देश में एक बहुत बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है. यह साजिश पाकिस्तान से रची जा रही है. उनका पहला टारगेट पंजाब है और फिर देश के अन्य हिस्से. हाल ही में ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर में ड्रग्स और हथियारों की खेप भेजी गई थी. इसका मास्टरमाइंड है पाकिस्तान में बैठा बिलाल संधू उर्फ बिलाल मन्नेशाह.
शुरुआती जांच में पुलिस को पंजाब में इसके 4 साथियों का पता चला है. फिरोजपुर के गांव ढोलेवाला के जरनैल सिंह जैली, अमृतसर के गांव ख्याला कलां के तेजिंदर सिंह, नामदेव कॉलोन के गुरविंदर सिंह और बच्ची विंड के मोहकम सिंह. ये सभी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर काम करते है. पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
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खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों की मानें तो ड्रोन के जरिए आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर, डेरा बाबा नानक और गुरुदासपुर के बॉर्डर एरिया में ड्रग्स, गोला-बारूद और जाली करेंसी की खेप भेजी गई थी. शुरुआती जांच में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठा बिलाल संधू सरगना है. पुलिस ने पंजाब में उसके सभी साथियों की तलाश शुरू कर दी है.
पाकिस्तान से भेजे गए ड्रग्स, हथियार की खेप की बरामदगी के लिए पुलिस ने खुफिया एजेंसियों के साथ बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. यह ऑपरेशन बॉर्डर इलाके में चलाया जा रहा है. बिलाल के साथ जुड़े जरनैल, गुरविंदर, तेजिंदर और मोहकम के घर पर छापेमारी भी की गई, लेकिन सभी फरार हैं.
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पुलिस और खुफिया एजेंसी की शुरुआती जांच में पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे बिलाल ने आईएसआई की मदद से बॉर्डर एरिया में अपने स्लीपर सेल बनाए हैं. पंजाब में मौजूद बिलाल के साथी सुरक्षित जगह की तलाश कर उसे लोकेशन भेजते हैं. फिर ड्रोन के माध्यम से वह हथियार और ड्रग्स भेजता है. इन हथियारों को पंजाब के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए भेजा जाता था. साथ ही भारत की इकॉनमी के तबाह करने के लिए जाली करेंसी भी देश के कई हिस्सों में पहुंचाई जाती थी.
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