डीएनए हिंदी: अभी कुछ दिनों पहले हमने सुना था कि अस्पताल में लापरवाही के चलते प्रयागराज में प्लेटलेट्स कम वाले मरीज को मौसम्बी का रस चढ़ा दिया गया था. बाद में अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. कुछ ऐसा ही एक बार फिर हुआ क्योंकि अस्पताल में लापरवाही के चलते एक लोको पायलट को नशे में ऑक्सीजन का खाली सिलेंडर लगा दिया जिसके चलते लोको पायलट की मौत हो गई है.
दरअसल, जबलपुर रेलवे हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचे एक लोको पायलट की मौत हो गई. इस दौरान मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल किया. वहीं हंगामे की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची, जिसने परिजनों को समझाकर शांत कराया और अहम खुलासा भी हुआ कि मृतक को खाली ऑक्सीजन सिलेंडर हो गया है.
विधानसभा उपचुनाव: 6 राज्यों की 7 सीटों पर कल होगी वोटिंग, जानिए कहां-कहां होगी कांटे की टक्कर
लोको पायलट की हुई मौत
जानकारी के मुताबिक लोको पायलट अतुल पटेल को एक्सीडेंट के बाद गंभीर हालत में नागपुर ले जाया गया था. जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताकर घर जाने की अनुमति दे दी. घर पहुंचते ही अतुल की तबीयत एक बार फिर बिगड़ने लगी और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. परिजन उन्हें रेलवे की एंबुलेंस से मुख्य रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती करने के लिए लेकर पहुंचे.
ऑक्सीजन का लगाया खाली सिलेंडर
जानकारी के मुताबिक अतुल की सांस बार-बार उखड़ रही थी और उन्हें तत्काल ऑक्सीजन की जरूरत थी लेकिन जिस एंबुलेंस से अतुल को हॉस्पिटल लाया गया, उसका ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था. जानकारी के मुताबिक अस्पताल पहुंचते ही अतुल को ऑक्सीजन सपोर्ट पर लेने का प्रयास किया गया तो जो वार्ड बॉय उसे लेने के लिए पहुंचा था, वो शराब के नशे में धुत था.
आर्थिक बदहाली, राजनीतिक अस्थिरता और मधेसी संकट के बीच चुनाव के लिए कितना तैयार है नेपाल?
अस्पताल का ऑक्सीजन सिलेंडर भी पूरी तरह खाली था. समय पर ऑक्सीजन न मिलने के कारण अतुल ने हॉस्पिटल के गेट उनकी मौत हो गई. वहीं परिजनों के तमाम आरोपों को देखते हुए रेलवे अधिकारियों ने तत्काल एक टीम जांच के लिए हॉस्पिटल भेजी, जिसने हॉस्पिटल प्रबंधन और परिजनों से बातकर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस मामले में अब वॉर्ड बॉय के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.