लॉकडाउन में मजदूरों को फ्लाइट से बिहार भेजने वाले मशहूर किसान पप्पन सिंह ने की खुदकुशी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 24, 2022, 11:18 AM IST

पप्पन सिंह गहलोत

Pappan Singh Gahlot Suicide Case: कोरोना महामारी में जहां एक तरफ जहां कई लोगों ने अपने मजदूरों को उनके हालात पर छोड़ दिया था वहीं मशहूर जैविक किसान पप्पन सिंह ने अपने श्रमिकों को फ्लाइट से बिहार भेजा था. उस समय उनकी इस दरियादिली की खूब चर्चा हुई थी...

डीएनए हिन्दी: जैविक खेती के लिए देशभर में मशहूर पप्पन सिंह गहलोत का शव बुधवार को दिल्ली के एक मंदिर में लटका मिला है. पुलिस को पहली नजर में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है. ध्यान रहे कि कोरोना माहामारी के दौरान लॉकडाउन में फंसे अपने मजदूरों को पप्पन सिंह ने प्लेन से बिहार भेजा था. पप्पन सिंह की इस दरियादिली की पूरे देश में चर्चा हुई थी.

दिल्ली पुलिस ने बताया कि दिल्ली के अलीपुर में पप्पन सिंह के घर सामने बने एक शिवालय में उनका शव पंखे से लटका मिला. पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है. पप्पन सिंह ने सुसाइड नोट में अपनी बीमारी को खुदकुशी का कारण बताया है. उन्होंने लिखा है कि मैं अपनी बीमारी से परेशान हूं. मैं किसी के ऊपर बोझ नहीं बनना चाहता. ऐसे में मैं अपना जीवन खत्म कर रहा हूं. पुलिस पहली नजर में इसे आत्महत्या का मामला मान रही है.

यह भी पढ़ें, दिल्ली में चीनी मांझे से नहीं रुक रहा मौत का सिलसिला, एक और शख्स की गर्दन कटी 

पुलिस ने बताया कि पप्पन सिंह के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बीजेआरएम अस्पताल में रखावाया गया है. पुलिस का कहना है कि अभी तक परिवार वालों ने किसी पर भी शक नहीं जताया है.पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

बताया जा रहा है कि पप्पन सिंह काफी पॉजिटिव सोच रखते थे. वह एक खुशमिजाज व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते थे. उन्होंने न सिर्फ अपने मजदूरों को प्लेन से भेजा था बल्कि जब लॉकडाउन खत्म हुआ तो उन्हें वापस प्लेन से ही मंगवाया था.

पप्पन सिंह के ट्विटर हैंडल पर भी कई ऐसे कोट हैं जो उनके सकारात्मक सोच को दर्शाती है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है कि 'उम्मीद कभी नहीं छोड़नी चाहिए, क्योंकि जीवन में चमत्कार होना कोई नई बात नही है.' ऐसे में पप्पन की आत्महत्या उनके प्रशंसकों को काफी खल रही है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.