डीएनए हिंदीः बिहार के सरकारी अस्पतालों की बदहाली की तस्वीरें लगातार सामने आती रहती हैं. ताजा मामला गोपालगंज जिले के सरकारी अस्पताल का सामने आया है. यहां मॉडल सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों को मोर्चरी में वहन नहीं मिला. इसके बाद परिजन ई-रिक्शा से शव को लेकर गई. मामले का वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है. अस्पताल प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
डिप्टी सीएम के गृह जनपद में बदहाली
बता दें कि बिहार के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के गृह जिला गोपालगंज के मॉडल सदर अस्पताल से लापरवाही की तस्वीर सामने आई है. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. बिहार में कई जिलों के सरकारी अस्पताल संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं. ई-रिक्शा पर अस्पताल परिसर से शव को लेकर जाने की वीडियो वायरल होने पर सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पताल परिसर में जब मॉर्चुरी वाहन है तो पीड़ित परिवार को क्यों नहीं मिली, जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
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क्या है मामला
मांझा प्रखंड के पुरानी बाजार निवासी बुजुर्ग 75 वर्षीय वंशी लाल पासी को खांसी और सांस लेने में तकलीफ थी. इसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने शव को घर तक लेकर जाने के लिए मॉर्चुरी वाहन मांगा. आरोप है कि इन्हें इमरजेंसी वार्ड के कर्मियों से कोई मदद नहीं मिली और थक हारकर ई-रिक्शा पर ही शव को लेकर जाने को मजबूर हुए.
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