गजब की रणनीति: सिर्फ चुनाव में नहीं, इसके बाद भी सरकार बनाने में सफल हो रही है BJP

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 05, 2022, 12:10 AM IST

नरेंद्र मोदी और अमित शाह (फाइल फोटो)

बीजेपी हर वक्त सरकार बनाने की कोशिश में रहती है. भले ही चुनाव में सरकार नहीं बना पाए लेकिन दल-बदल की मदद से कई राज्यों में उसने बाद में सरकार बनाई है. आइए विस्तार से जानते हैं बीजेपी की इस रणनीति के बार में...

डीएनए हिन्दी: महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के साथ ही बीजेपी (BJP) की अब 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में सरकार बन गई है. बीजेपी ने महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को मुख्यमंत्री बनाया है. 7 राज्यों में बीजेपी की छोटे दलों के साथ गठबंधन है. वहीं 3 राज्यों और पुडुचेरी में बीजेपी जूनियर सहयोगी है. बिहार में और हाल ही में महाराष्ट्र में बीजपी सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन उसने सरकार में जूनियर पार्टनर बनना स्वीकार किया है.

बिहार में बीजेपी के पास 77 सीटें हैं. यहां बीजेपी ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया है जबकि नीतीश की पार्टी जेडीयू के पास सिर्फ 45 सीटें हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी के 106 विधायक हैं वहीं शिंदे पास शिवसेना के सिर्फ 39 बागी विधायक हैं.

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विधानसभा में बहुमत खोने के बावजूद बीजेपी ने कई राज्यों में अपनी सरकार बनाई. हाल ही में महाराष्ट्र इसका नमूना है. कर्नाटक, मेघालय, मणिपुर, गोवा, अरुणाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में बीजेपी अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ कर सरकार बनाने में सफल रही. इस प्रकार चुनाव में स्पष्ट जीत नहीं मिलने के बाद भी बीजेपी हार नहीं मान रही है. वह चुनाव के बाद भी अपनी सरकार बनाने में सफल रह रही है. ज्यादातर राज्यों में बीजेपी को कांग्रेस की फूट से फायदा मिला है. फिलहाल कांग्रेस 4 राज्यों में सत्ता में है जिसमें से दो राज्यों में उसकी गठबंधन सरकार है.

2019 में महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार नहीं बन पाई. महा विकास अघाड़ी ने अपनी सरकार बनाई. इसमें शिवसेना. एनसीपी और कांग्रेस शामिल थी. लेकिन, यह सरकार सिर्फ ढाई साल चल पाई. बीजेपी ने शिवसेना के बागियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई है. हालांकि, बीजेपी के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं, लेकिन उसने शिवसेना के शिंदे को सीएम बनाने का फैसला किया है.

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मध्य प्रदेश में मार्च 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिससे कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. कांग्रेस को बड़ा झटका तब लगा जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अचानक से पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिलने दिल्ली गए. इस मुलाकात के तुरंत बाद सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद 23 मार्च 2020 को बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने.

मई 2018 में चुनाव के बाद बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी. बहुमत स्पष्ट नहीं था. सिर्फ 3 दिन के बाद ही बीजेपी की सरकार गिर गई. इसके बाद कुमारस्वामी के नेतृत्व में जेडीएस और कांग्रेस की सरकार बनी. लेकिन, एक साल के बाद ही 17 विधायकों के इस्तीफे बाद यह सरकार गिर गई. इसके बाद बाद में येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी ने कर्नाटक में सरकार बनाई.

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मेघायल में बीजपी ने अपनी जबरदस्त रणनीति दिखाई. यहां बीजेपी ने सिर्फ 2 सीटें जीतीं, लेकिन उसने 21 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को पछाड़ दिया. यहां बीजेपी ने नेशनल पीपल्स पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनाई. उसे 60 सदस्यों वाले सदन में 34 विधायकों का समर्थन प्राप्त था. एपीपी के कोनराड संगमा मुख्यमंत्री बने.

बजीपी ने कुछ ऐसा ही गोवा में कमाल दिखाया था. 2017 में गोवा में बीजेपी को सिर्फ 13 सीटें मिलीं. कांग्रेस को 17 सीटों पर जीत मिली. लेकिन बेहतरीन रणनीतिक कौशल दिखाते हुए बीजेपी ने यहां अपनी सरकार बना ली.

इसी तरह बीजेपी ने मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भी सरकार बनाई थी.

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