डीएनए हिन्दी: टेरर फंडिंग को लेकर देश भर में चले छापेमारी में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के कई सदस्यों को अरेस्ट किया गया है. महाराष्ट्र में इनके 20 सदस्यों को को गिरफ्तार किया गया था. अब एटीएस (ATS) के पूछताछ में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. पूछताछ में पता चला है कि पीएफआई के कैंप में मुस्लिम नौजवानों के मन में भारतीय संविधान के खिलाफ जहर भरा जाता है. साथ ही देश में शरीया कानून (शरीयत कानून) कैसे लागू हो इस पर व्यापक चर्चा कर रूपरेखा भी तैयार की जा रही है.
जांच और पूछताछ में आई इन बातों ने सभी एजेंसियों को चौंका दिया है. जांच में जो बातें सामने आई हैं एटीएस ने उसे केंद्रीय एजेंसियों के साथ शेयर भी किया है. सभी एजेंसियां पीएफआई के देश विरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म करने पर काम कर रही हैं.
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महाराष्ट्र के करीब दर्जनभर जिलों में पीएफआई के खिलाफ एटीएस और एनआईए (National Investigation Agency) लगातार कार्रवाई कर रही है. 22 सितंबर को एटीएस की कार्रवाई में पीएफआई के 20 सदस्यों को अरेस्ट किया गया था. ये वही लोग हैं जो जगह-जगह कैंप आयोजित कर अपना प्रोगेपेंडा फैलाते हैं. धर्म की आड़ में इनकी साजिश किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि देश के खिलाफ है.
ध्यान रहे कि मुंबई, नांदेड़, औरंगाबाद, मालेगांव, कोल्हापुर और पुणे जैसे महाराष्ट्र के अन्य जिलों में पीएफआई कैंप आयोजित कर रही है, इसकी जानकारी एनआईए को लगातार मिल रही थी. एटीएस और एनआईए इन कैंपों में अपने कुछ लोगों को भेजने में कामयाब रहीं.
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इन कैंपों में शामिल होने वालों की गहन जांच की जाती है. वे मोबाइल फोन भी अपने साथ नहीं ले जा सकते हैं. उनका मानना है कि अगर मोबाइल अंदर चला जाएगा तो जानकारियां बाहर आ सकती हैं. इसी वजह से विश्वासी और चुनिंदा लोगों को ही ये लोग अपने कैंपों में शामिल करते हैं. और फिर शुरू होता इन्हें बरगलाने का खेल. यहां इस्लाम के खिलाफ दिए गए लोगों के बयान को दिखाया जाता है. उन्हें बताया जाता है कि कैसे उनके धर्म पर खतरा मंडरा रहा है. उन्हें जिहाद के लिए उकसाया जाता है. मुसलमानों को भड़काने और देश में आराजकता फैलाने की साजिश की जाती है.
इन कैंपों में बताया जाता है कि देश के मौजूदा संविधान से मुसलमानों का भला नहीं होने वाला है. पीएफआई मौजूदा संविधान को हटाकर देश में शरिया कानून लागू करने की वकालत करती है. इसमें अलग-अलग वीडियो बनाकर हिन्दुओं के खिलाफ मुसलमानों को भड़काया जाता है. मुस्लिम नौजवानों को अपनी सुरक्षा के लिए हर वक्त रॉड और चाकू लेकर चलने की सलाह दी जाती है.
इन जानकारियों के आधार पर संभव है कि महाराष्ट्र में पीएफआई से जुड़े कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारियां संभव हो.
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