डीएनए हिन्दी: गुजरात के फर्जी क्रिकेट लीग के खुलासे बाद अब उत्तर प्रदेश में ऐसा ही मामला सामने आया है. यूपी पुलिस ने हापुड़ में एक इंटरनैशनल ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. ये इंडियन प्रीमियर लीग की तर्ज पर एक फर्जी लीग चला रहे थे. इस लीग का नाम 'बिग बॉस T20 पंजाब लीग' है. यह लीग आईपीएल की तरह ही है. इसमें उसी तरह के मैच होते हैं. ग्रामीण इलाकों में पैसे देकर मैच आयोजित किए जाते हैं. पुलिस का कहना है कि यह लीग मेरठ इलाके में पिछले 4-5 महीने से चल रही थी. इस मामले में 2 लोगों को अरेस्ट भी किया गया है.
मामले का खुलासा एसपी हापुड़ दीपक भाकुर ने किया है. बिग बॉस टी20 पंजाब लीग को सॉफ्टवेयर के जरिए वे यू-ट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीमिंग करते थे. सट्टेबाजी के लिए ये लोग एक मोबाइल ऐप यूज करते थे. इस ऐप का नाम क्रिक हीरोज (Cric Heroes) है. रूस में रहने वाले अशोक चौधरी नाम का एक शख्स इन्हें सारे इक्विपमेंट्स उपलब्ध करवाता था. पुलिस के मुताबिक इसका मास्टरमाइंड अशोक चौधरी ही है. इसके अलावा जो दो लोगों के गिरफ्तार किया गया है. उनका नाम शिताब और ऋषभ है.
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एसपी हापुड़ भाकुर ने कहा कि अशोक चौधरी प्रति मैच ऋषभ को 40 से 50 रुपये का भुगतान करता था. अन्य खिलाड़ियों को भी पैसे दिए जाते थे. भाकुर ने कहा कि शिताब और ऋषभ के व्हाट्सऐप कॉल और मैसेज से पता चला है कि वे दोनों रूस और पाकिस्तान के लोगों से संपर्क में थे.उन्होंने कहा कि हम इस मामले की जांच करेंगे और इसकी तह तक जाने की कोशिश करेंगे. हम उनलोगों की भी पहचान की कोशिश करेंगे जो पाकिस्तान में बैठकर दोनों में संपर्क में थे.
भाकुर ने बताया कि दोनों आरोपियों के पास से करीब 15 हजार रुपये नकद, कुछ श्रीलंकाई रुपये, मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, कैमरा, एलसीडी मॉनिटर और सट्टेबाजी में इस्तेमाल में इस्तेमाल होने वाले कई उपकरण बरामद किए हैं.
क्या था गुजरात का मामला
गौरतलब है कि सोमवार को गुजरात के गांव में ऐसा ही मामला सामने आया था. यहां एक नकली आईपीएल टीम तैयार की गई थी और इसके माध्यम से विदेशों में सट्टेबाजी कराई जाती थी. गुजरात में एक और फर्क था. वहां टीम के साथ-साथ दर्शकों की भीड़ भी थी. गुजरात के रैकेट में भी सट्टेबाजी रूस में बैठे लोग करते थे. यह रैकेट गुजरात के वडनगर के मोलीपुर गांव में चल रहा था.
गुजरात पुलिस ने बताया कि इसके लिए सबसे पहले असली IPL की टीमों से मिलते-जुलते नाम वाली टीमें बनाई गईं. मैच में खेलने के लिए हर खिलाड़ी को 400-400 रुपये दिये जाते थे. उनकी जर्सी भी IPL की असली टीमों से मिलती-जुलती तैयार की गई थीं. पुलिस के मुताबिक इस नकली आईपीएल का मास्टरमाइंड दावड़ा शोएब था. यह पहले रूस में नौकरी करता था. 8 महीने पहले ही वह भारत लौटा था. पूरी खबर पढ़ें
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