डीएनए हिंदी: दुमका की घटना को लेकर लगातार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को निशाने पर लिया जा रहा है. इसकी एक वजह यह भी है कि एक तरफ जब दुमका में लगातार महिलाओं और बच्चियों के साथ जघन्य अपराध की घटनाएं सामने आ रही हैं तो दूसरी ओर सीएम सोरेन अपनी कुर्सी पर आए राजनीतिक संकट को संभालने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं जब दुमका कांड पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने इसको लेकर बेतुका बयान दिया है.
दुमका की घटना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि घटनाएं तो होती रहती हैं. उन्होंने कहा है कि कोई घटनाएं बोलकर थोड़ी नहीं आती हैं. उन्होंने सभी घटनाओं को समान्य दर्शाने की कोशिश की है. इसके चलते हेमंत सोरेन पर भाजपा भड़क गई है और उन्हें असंवेदनशील तक बता रही है.
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बीजेपी ने फिर बोला सोरेन पर हमला
दुमका कांड पर आए सीएम सोरेन के बयान को लेकर भाजपा ने कहा, "मुख्यमंत्री मामले से पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं. वह अपने विधायकों को डैम और रिसॉर्ट की सैर करा रहे हैं लेकिन अभी तक उस मृतक छात्रा अंकिता के परिवार का दुख-दर्द बांटने तक नहीं गए. राज्य की कानून-व्यवस्था से ज्यादा उनको अपनी सरकार बचाने की चिंता सताए जा रही है. तभी तो वह इस तरह का बयान दे रहे हैं. हमारी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है. हम मृतक छात्रा को न्याय दिलाकर रहेंगे."
गौरतलब है कि हाल ही में दुमका में हुई दो घटनाओं ने पूरे झारखंड को हिलाकर रख दिया है. यहां पहली घटना बीते 23 अगस्त की है. उस दिन अंकिता नाम की छात्रा पर एक सिरफिरे आशिक ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. उसे गंभीर हालत में अंकिता को रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन पांच दिन बाद उसकी मौत हो गई थी.
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मामले में गठित हुई फास्ट ट्रैक कोर्ट
वहीं मृतक अंकिता को न्याय दिलाने के लिए झारखंड में जगह-जगह कैंडल मार्च निकाले गए थे. इस मामले में घिरी हेमंत सोरेन सरकार ने आनन-फानन में फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित कर जल्द से जल्द अपराधियों को सजा दिलाने के बात कही है. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया. मामले में मुख्य आरोपी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
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