डीएनए हिन्दी: बिजनौर के दो दर्जन से ज्यादा गांवों में लोग तेंदुआ के हमलों से परेशान हैं. ये तेंदुए आए दिन ग्रामीणों और उनके पशुओं पर हमला करते रहते हैं. इस वजह से इन गांवों के लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं. लेकिन, अब गांव वालों ने इसका काट खोज लिया है.
इन दिनों बिजनौर के दो दर्जन से ज्यादा गांवों में लोग तेंदुए के खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. तेंदुए जंगलों से निकलकर लोगों के ऊपर जानलेवा हमला कर रहे हैं. उनके पशुओं को भी अपना निवाला बना रहे हैं. हालांकि, वन विभाग उनकी लोकेशन के लिए ड्रोन की मदद ले रहा है, लेकिन अभी तक कोई भी खूंखार तेंदुआ पकड़ में नहीं आया है. ध्यान रहे कि भारत के कई इलाकों में तेंदुए को गुलदार भी कहते हैं.
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अब किसानों ने इसका काट खोज लिया है. जब वह चारे के लिए जंगलों में जाते हैं या फिर अपने खेतों में जाते हैं तो ग्रुप में रहते हैं. साथ ही वे सनी देओल की शेर की दहाड़ वाले डायलॉग का सहारा लेकर तेंदुआ को डराने का काम करते हैं. वे इसके लिए मोबाइल का सहारा लेते हैं. उनकी यह तरकीब काम भी आ रही है. गांव वालों का कहना है कि शेर की दहाड़ सुनकर तेंदुआ डरकर भाग जाता है.
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ग्रामीणों के इस प्रयोग पर वन विभाग ने भी मुहर लगाई है. उन्होंने भी कहा है कि मोबाइल में शेर की दहाड़ का तेज आवाज सुनकर तेंदुआ भाग जाता है. साथ ही समूह बनाकर जंगल में जाने की सख्त हिदायत है.
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